Polarization
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सबसे बड़ी चिंता मतदान के दिन तक संभावित ध्रुवीकरण को रोकने की है। दिल्ली में भाजपा के नेताओं के बयानों से और शाहीन बाग के प्रदर्शन से माहौल सांप्रदायिक ध्रुवीकरण वाला बन रहा है।
शाहीन बाग़ के धरने से हिन्दू विरोधी सेकुलर जमात बहुत गदगद थी। इस जमात का वह सपना भी पूरा हो गया था कि शाहीन बाग जैसे धरने देश के हर शहर में हो| अब मुम्बई, लखनऊ, भोपाल, जयपुर आदि जगहों पर भी धरने शुरू हो गए हैं| शाहीन बाग़ धरने के आयोजक शरजिल इमाम गिरफ्तारी से पहले देश भर में घूम कर सेकुलर जमात का सपना पूरा कर रहा था। पर उस के भाषणों के दर्जन भर वीडियो सामने आने के बाद आन्दोलन के सेकुलर नहीं होने का भंडा फूट गया| फिलहाल नहीं कह सकते कि सेकुलर जमात का यह भ्रम दूर हुआ या नहीं कि मुसलमान तो सेकुलर है पर हिन्दू साम्प्रदायिक है। सेकुलर जमात का वह मकसद पूरा नहीं हो सका कि 1974 जैसा जेपी आन्दोलन बन जाए। इस की बड़ी वजह यह है कि 2014 के बाद भारत बदला है। हिन्दुओं को समझ आने लगा है कि सेकुलरिज्म , संविधान, लोकतंत्र के नाम पर कैसे उसे इमोशनल ब्लैकमेल किया जाता रहा है| उन्हें समझ आ गया है कि सेकुलर शब्द का इस्तेमाल उन्हीं के खिलाफ किया जाता था। इसलिए सेकुलरिज्म के नाम पर हिन्दू अब उतने मुखर नहीं रहे , जितने 2014 से पहले हुआ करते थे।… Continue reading धरना सेकुलर तो विरोध से ध्रुवीकरण कैसे?
नई दिल्ली। संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ विपक्षी दलों की बैठक में ममता बनर्जी के शामिल नहीं होने की घोषणा के बाद भाजपा ने शुक्रवार को कहा कि सीएए पर देश का माहौल खराब करने के बाद अब विपक्षी दल ध्रुवीकरण के खेल में एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा में लगे हुए हैं और आपस में ही एक दूसरे का ही पर्दाफाश कर रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा पूरे देश में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर हिंसा का माहौल बनाया जा रहा है, और यह तुष्टिकरण का 20-20 मैंच चल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, टीएमसी, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ये सब मिलकर, मुसलमानों को भड़का रहे हैं और देश में हिंसा व आगजनी का माहौल बनाना चाहते हैं। पात्रा ने कहा कि ये सारे दल एवं इनके नेता पवेलियन में बैठकर भावनाएं भड़काकर माहौल खराब करने में लगे हैं। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि ममता ने कहा है कि वह कांग्रेस और माकपा की गलत राजनीति से निराश हैं और वह अकेले ही सीएए और एनआरसी के खिलाफ विरोध को आगे बढ़ायेंगी। उन्होंने दावा किया कि कल मालदा में कई बसें जलाई गईं, पुलिस पर हमले… Continue reading ध्रुवीकरण के खेल में एक दूसरे का पर्दाफाश कर रहे विपक्षी दल : भाजपा
झारखंड विधानसभा के चुनाव नतीजों को नागरिकता संशोधन क़ानून पर जनमत संग्रह नहीं माना जाना चाहिए| भारतीय जनता पार्टी जीते तो भी नहीं और हारेतो भी नहीं। क्योंकि झारखंड नागरिकता संशोधन क़ानून के असर वाले दायरे में नहीं आता। वैसे भी मोदी-शाह भले ही इस गलतफहमीं में हों कि उनकी राष्ट्रवादी नीतियों का राज्य विधानसभा चुनावों पर असर होता है , पर यह सच नही है।