Prabir Purkayastha

  • सुप्रीम कोर्ट का संरक्षण

    अब से यूएपीए के तहत किसी को गिरफ्तार करते वक्त पुलिस को उसकी गिरफ्तारी का आधार बताना होगा और संबंधित व्यक्ति को कानूनी सलाह लेने का अवसर उपलब्ध करवाना होगा। सिर्फ गिरफ्तारी का कारण बताना पर्याप्त नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने गैर-कानूनी गतिविधि निरोधक कानून (यूएपीए) के तहत गिरफ्तारियों के मामले में एक महत्त्वपूर्ण संरक्षण का प्रावधान किया है। कहा जा सकता है कि पिछले अक्टूबर में कोर्ट ने मनीलॉन्ड्रिंग निरोधक अधिनियम (पीएमएलए) के सिलसिले में जो संरक्षण दिया था, उसका अब यूएपीए के मामलों में भी विस्तार कर दिया गया है। संरक्षण यह है कि इस कानून के तहत...

  • ‘न्यूजक्लिक’ के पुरकायस्थ की गिरफ्तारी अवैध

    नई दिल्ली। गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून यानी यूएपीए के तहत गिरफ्तार पत्रकार प्रबीर पुरकायस्थ को सुप्रीम कोर्ट ने रिहा कर दिया है। साथ ही सर्वोच्च अदालत ने उनकी गिरफ्तारी को अवैध बताया है। यूएपीए के तहत जेल में बंद ‘न्यूजक्लिक’ के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ की गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उनको रिहा करने का आदेश दिया। अदालत ने कहा कि पुलिस ने उनको गिरफ्तारी का आधार नहीं बताया था। अदालत ने यह भी कहा कि रिमांड ऑर्डर भी अवैध है। गौरतलब है कि प्रबीर पुरकायस्थ और ‘न्यूजक्लिक’ के एचआर प्रमुख अमित चक्रवर्ती को चीन से फंडिंग के...

  • सुप्रीम कोर्ट ने न्यूजक्लिक संपादक की रिहाई का दिया आदेश

    नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने बुधवार को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत न्यूजक्लिक के संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ (Prabir Purkayastha) की गिरफ्तारी और उसके बाद रिमांड को "अवैध" करार दिया और उनकी रिहाई के आदेश जारी कर दिए। जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा इस निष्कर्ष पर पहुंचने में कोई झिझक नहीं है कि लिखित रूप में गिरफ्तारी के लिए रिमांड कॉपी नहीं दी गई, जिसके चलते ये गिरफ्तारी अवैध है। सुप्रीम कोर्ट ने 30 अप्रैल को न्यूजक्लिक के संपादक प्रबीर पुरकायस्थ को गिरफ्तारी के बाद उनके वकील को सूचित किए बिना मजिस्ट्रेट के सामने...