president wickremesinghe

  • जमीन पर सुलगते जज्बात

    श्रीलंका में सरकार और सभ्रांत वर्ग की अर्थव्यवस्था की जो समझ है, उसमें आम श्रमिक तबकों के हितों के लिए कोई जगह नहीं है। आईएमएफ की शर्तों ने इस अंतर्विरोध को बेहद चौड़ा कर दिया है। श्रीलंका की सरकार दुनिया को यह संदेश देने की कोशिश में रही है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से कर्ज की किस्तें मिलने के बाद देश में अब सब कुछ ठीकठाक है। देश की अर्थव्यवस्था अब सुधार की तरफ है। लेकिन अगर वहां जमीनी स्तर से आने वाली खबरों पर गौर करें, तो ऐसा नहीं लगता। बल्कि आईएमएफ की शर्तों ने श्रीलंका में असंतोष को...