उठी आवाजें महत्त्वपूर्ण हैं
वर्तमान भारत सरकार आलोचनाओं की चिंता नहीं करती। लेकिन अब उसकी प्रेस पर छापामारी जैसी कार्रवाइयां व्यापक प्रतिक्रिया उत्पन्न कर रही हैं, तो ऐसे विरोध से वह पूरी तरह अप्रभावित बनी रहेगी, यह मानने की कोई वजह नहीं है। प्रेस फ्रीडम के बारे में जब अगली इंडेक्स रिपोर्ट आएगी, तब भारत सरकार उसे फिर चुनौती देगी, यह अनुमान लगाया जा सकता है। तब कहा जाएगा कि यह भारत की गलत समझ पर आधारित है। यह भी कहा जाएगा कि भारत एक लोकतंत्र है, जहां कानून का राज है। लेकिन किसी को यह छूट नहीं है कि वह भारतीय कानून का...