public money

  • जनता के पैसे से बैंक मालामाल!

    सरकार की ओर से इस बात का जोर शोर से प्रचार है कि पिछले नौ सालों में बैंकों की स्थिति ठीक हुई है। उनकी बैलेंस शीट अच्छी हुई है। एनपीए कम हुआ है। यह दावा सही है लेकिन ऐसा कैसे हुआ है यह नहीं बताया जा रहा है। बैंकों की एनपीए इसलिए कम दिख रहा है क्योंकि बैलेंस शीट साफ-सुथरी रखने के लिए बैंकों के खराब लोन यानी, जो लोन लौटाए नहीं जा रहे थे उनकी वसूली करने की बजाय उन्हें बैलेंस शीट से हटा कर बट्टे खाते में डाल दिया गया। यानी राइट ऑफ कर दिया गया। इसके अलावा...

  • राहुल गांधी का सवालः अडाणी समूह में जनता के पैसे का निवेश क्यों

    नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोमवार को सवाल किया कि अडाणी समूह (Adani Group) में जनता के पैसे का निवेश क्यों किया जा रहा है और सरकार इसकी जांच कराने से डर क्यों रही है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘एलआईसी (LIC) की पूंजी, अडाणी को! एसबीआई (SBI) की पूंजी, अडाणी को! ईपीएफओ (EPFO) की पूंजी भी, अडाणी को! ‘मोडानी’ के खुलासे के बाद भी, जनता के रिटायरमेंट का पैसा अडानी की कंपनियों में निवेश क्यों किया जा रहा है?’ राहुल गांधी ने सवाल किया, ‘प्रधानमंत्री जी, न जांच, न जवाब! आख़िर इतना डर क्यों?’ कांग्रेस...