review

  • बराबरी वाला प्यारः ‘आप जैसा कोई’

    इस फिल्म में फातिमा सना शेख और माधवन की जोड़ी पहली बार स्‍क्रीन पर साथ आई है। दोनों ही मंझे हुए कलाकार हैं। पहली झलक में फ़िल्म माधवन की बेहद सफल 'तनु वेड्स मनु' की याद भी दिलाती है। ..करण जौहर के बैनर की ताजातरीन फिल्म 'आप जैसा कोई' बराबरी वाला प्यार, जिसमें 'जितने तुम उतनी मैं' की वकालत करती प्रेम कहानी है जो समाज में पसरी पितृसत्तात्मक सोच पर करारा तमाचा है। सिने -सोहबत इन दिनों हिंदी फिल्मों को रिलीज़ की दृष्टि से दो वर्गों में बांटा जाता है। एक जो पहले सिनेमाघरों में आती हैं उन्हें थिएट्रिकल कहते...

  • इंसानी जिजीविषा का नाम है ‘श्रीकांत’

    'श्रीकांत' इसलिए भी एक बेहद ज़रूरी फ़िल्म है क्योंकि ये समाज की उस दक़ियानूसी सोच पर काफी तेज़ प्रहार करती है, जिसमें दिव्यांगों को बेचारगी से देखने की संस्कृति विकसित हुई है। फ़िल्म के एक संवाद में श्रीकांत कहता है कि हमारे देश में नेत्रहीनों की आबादी सिर्फ़ दो प्रतिशत है, जिन्हें बाक़ी के अंठानबे प्रतिशत लोग भी देख नहीं पाते। फ़िल्म का संवाद काफ़ी अच्छा है। सिने-सोहबत 'कोशिश', 'दोस्ती', 'सदमा', 'ब्लैक', 'क़ाबिल', 'इक़बाल', 'मार्गेरिटा विथ अ स्ट्रॉ', 'बर्फ़ी', 'तारे ज़मीन पर' और इस तरह की बहुत सी फिल्मों और हाल ही में रिलीज़ हुई राजकुमार राव की फ़िल्म 'श्रीकांत'...