शिवलिंग: प्रतीक भी, परम सत्य भी
तब सिद्ध हुआ कि शिव का रूप सीमाओं से परे है – और शिवलिंग, उस असीम का प्रतीक है। लिंग पुराण और स्कन्द पुराण इस विचार को और आगे बढ़ाते हैं – कहते हैं कि शिवलिंग ही वह अनंत आकाश है, जिसमें ब्रह्मांड बसता है। और समय के अंत में यही ब्रह्मांड इसी शिवलिंग में विलीन हो जाएगा। भारतीय संस्कृति में शिवलिंग सिर्फ पत्थर की कोई आकृति नहीं, बल्कि ब्रह्मांडीय चेतना का प्रतीक है। यह हमारी परंपरा में उतना ही पुराना है जितनी पुरानी हमारी वैदिक दृष्टि है। शिवलिंग के पीछे की धारणा सिर्फ पूजन की नहीं, बल्कि गहराई से...