पाकिस्तान फिर महाशक्ति रूतबे में!
यह कहना गलत नहीं है कि डोनाल्ड ट्रंप को पाकिस्तान ने खरीद लिया है। बात सिर्फ क्रिप्टोकरेंसी याकि ट्रंप और उनके परिवार का पाकिस्तान द्वारा धंधा बढ़वाने की ही नहीं है। ऐसा तो भारत भी कर सकता है। अपने अडानी-अंबानी मजे से ट्रंप को मुनाफा कमवा सकते थे। असल बात डोनाल्ड ट्रंप के ईगो को ठेस पहुंचने की है। उन्होंने सीजफायर कराया तो भारत ने उन्हें श्रेय देने या वाहवाही करने के बजाय उन्हें झूठा ठहराया तो स्वाभाविक है जो अहंकारी व्यक्ति बिदके। उधर पाकिस्तान ने ट्रंप की वाहवाही की, उनसे धंधे का मौका लपका। नतीजतन भारत हाशिए में तथा...