Tulsi Vivah 2023

  • शालिग्राम रूपी विष्णु से तुलसी विवाह का दिन

    दैवीय गुणों से अभिपूरित तुलसी औषधियों की भंडार है। तुलसी को अथर्ववेद में महाऔषधि की संज्ञा प्रदान की गई है। तुलसी को संस्कृत में हरिप्रिया कहा जाता है। मान्यता है कि तुलसी नामक औषधि की उत्पति से भगवान विष्णु का मनः संताप दूर होने के कारण तुलसी को हरिप्रिया का नाम प्राप्त हुआ है। तुलसी की जड़ में सभी तीर्थ, मध्य में सभी देवी- देवता और ऊपरी शाखाओं में सभी वेद स्थित हैं। तुलसी का प्रतिदिन दर्शन करना तथा पूजन करना क्रमशः पापनाशक तथा मोक्षदायक माना जाता है। 23 नवंबर-तुलसी विवाह कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी की तिथि...