आयुर्वेद से लेकर विज्ञान तक जीवन रक्षक औषधीय हल्दी के गुण
हल्दी सिर्फ मसाला ही नहीं, बल्कि जीवन रक्षक औषधि है। आयुर्वेद में हल्दी को 'हरिद्रा' और पीला सोना कहा जाता है। अदरक नुमा छोटी सी गांठ के रूप में पाई जाने वाली हल्दी को अलग-अलग जगहों पर विभिन्न नामों से जाना जाता है। 'हरिद्रा' के अलावा हल्दी को लौंगा, कुरकुमा, और गौरी वट्ट विलासनी के नाम से भी जाना जाता है। खास बात ये है कि खाने और सेहत के अलावा धर्म से भी हल्दी का गहरा नाता है। चाहे पूजा हो या कोई भी मंगलकार्य, हल्दी हर जगह अपनी भागीदारी निभाती है। हल्दी में करक्यूमिन, करक्यूमिनोइड्स, तेल, आयरन, पानी...