Vidhi Muhurat

  • जगत के कल्याण कर्त्ता शिव

    ऋग्वेद में उल्लेखित  रुद्र ही यजुर्वेद में शिव और फिर सामवेद में महादेव में परिणत हो गए। सर्वप्रथम वेदों में उल्लिखित रुद्र अर्थात भगवान शिव का वर्णन उनकी दिव्य पहचान पर प्रकाश डालता है। रुद्र का अर्थ है -गर्जना करने वाला, दहाड़ने वाले उग्र देवता। उन्हें आंधी- तूफान, विनाश और कायाकल्प से जुड़े एक उग्र देवता के रूप में चित्रित किया गया है। ऋग्वेद में अनेक मंत्रों में बुरी ताकतों से सुरक्षा के लिए रुद्र के आशीर्वाद का आह्वान किया गया है। Mahashivratri 2024 Puja Vidhi Muhurat  8 मार्च 2024 को महाशिवरात्रि संसार के सर्वाधिक प्राचीनतम ग्रंथ वेद में ईश्वर...