महिला आरक्षण बिल में अब क्या दिक्कत है?
यह कमाल की बात है कि अब महिला आरक्षण बिल की कोई चर्चा नहीं होती है। विधायिका में महिलाओं की संख्या अब भी बहुत कम है इसके बावजूद देश की दोनों बड़ी पार्टियां खामोश हैं। भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार है और जिस तरह से उसने जोर जबरदस्ती कई बिल पास कराए, अगर चाहती तो कब का महिला आरक्षण बिल पास करा चुकी होती। लेकिन भाजपा की प्राथमिकता में यह बिल नहीं है। कांग्रेस भी 2004 से 2014 के अपने शासन के दौरान कई बार इस बिल को पास कराने की बात करती थी। महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण...