World Economic Forum

  • समस्या तो बरकरार है

    महिलाओं का जो 35.1 फीसदी हिस्सा श्रम शक्ति में भागीदार है, उनमें दो तिहाई स्वरोजगार श्रेणी में है। उनके बीच एक बड़ा हिस्सा उनका है, जो अपने घरेलू कारोबार में योगदान करती हैं। उन्हें अपने काम के बदले कोई तनख्वाह नहीं मिलती। भारत में कामकाजी उम्र वर्ग की महिलाओं की कुल श्रम शक्ति में बेहद कम मौजूदगी पर परदा डालने की लगातार कोशिश की गई है। इसके लिए कामकाजी माने जाने वाले व्यक्ति की परिभाषा तक को बदल दिया गया। घरेलू कामकाज में योगदान करने वाली महिलाओं को श्रम शक्ति में शामिल दिखाने के लिए इसमें अवैतनिक स्वरोजगार की नई...

  • ट्रंपिज्म के साये में

    ट्रंपिज्म आगे क्या रूप लेगा, इसके कैसे-कैसे रंग दिखेंगे और उनके क्या नतीजे हो सकते हैं, इस पर कयास लगाते हुए दावोस आए दुनिया भर के रसूखदार लोग अपने देश लौट गए। कयासों का दौर अभी जारी रहने वाला है। स्विट्जरलैंड का लग्जरी रिजॉर्ट- दावोस हर वर्ष दुनिया के बड़े पूंजीपतियों और राजनेताओं के जमावड़े का स्थल बनता है। इस वर्ष भी तकरीबन 130 देशों के 3000 से ज्यादा हाई प्रोफाइल लोग वहां जुटे। मगर चर्चाओं का माहौल कुछ अलग दिखा। हाल में चलन था कि दावोस पहुंच कर विश्व के कर्ता-धर्ता वैश्विक गरीबी मिटाने, आर्थिक गैर-बराबरी घटाने, और जलवायु...

  • सरकार के तीन युवा मंत्री दावोस जाएंगे

    हर साल की तरह 230 जनवरी को स्विट्जरलैंड के दावोस में होने वाले विश्व आर्थिक मंच यानी डब्लुईएफ की बैठक में इस बार भारत सरकार के पांच मंत्री जा रहे हैं। कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी इसमें हिस्सा लेने जा रहे हैं और लगभग हर बड़े कारोबारी घराने का प्रतिनिधिमंडल भी हर साल की तरह दावोस जा रहा है। सबसे दिलचस्प बात इस बार दावोस जाने के लिए केंद्रीय मंत्रियों के चयन का है। पांच मंत्रियों में से दो भाजपा के मंत्री हैं और तीन सहयोगी पार्टियों के मंत्री हैं। सहयोगी पार्टियों से तीनों बिल्कुल युवा नेता दावोस जा रहे...