मोदी के भारत में विश्वगुरु का सपना
विकसित राष्ट्र और सुपरपावर का दर्जा केवल टेक्नॉलजी और इंफ्रास्ट्रक्चर से ही नहीं मिलता बल्कि इसके लिए एक प्रबुद्ध और शांत समाज, सबको योग्य रोजगार और सत्ता के हस्तक्षेप से मुक्त न्याय व्यवस्था और संवैधानिक संस्थाओं की जरूरत भी होती है|...इन्टरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन के आंकड़ों के अनुसार कुल बेरोजगारों में से पढे लिखे युवा बेरोजगारों की संख्या वर्ष 2000 में 54.2 प्रतिशत थी, पर वर्ष 2022 तक यह संख्या 65.7 प्रतिशत तक पहुँच गई| ये आँकड़े डराने वाले हैं क्योंकि देश की औसत आयु महज 29 वर्ष ही है महेंद्र पांडेय कितने विरोधाभास हैं – देश की अर्थव्यवस्था का आकार...