• अपने ‘दोस्त’ टोनी नहीं रहे

    कैसी गजब बात जो पर्चे, चर्चे और खर्चे के सामर्थ्य के बावजूद टोनी ने अपने को न अमर सिंह बनने दिया और न बालू।….टोनी सरकारों की काली कोठरियों में आते-जाते हुए भी इस तरह के प्रलोभनों से बचा रहा कि राज्यसभा सांसद बने। अपना भी बिजनेस बनाए। सत्ता में मैकेनिक बने। …लॉबिस्ट और पीआर की दिल्ली में टोनी मेरे अनुभव में अकेली वह शख्सियत जिसने सत्ता की काली कोठरी, कीचड़ में भी अपने आपको साफ-सुथरा रखा और जीवन को अपनी मूल तासीर (संगीत, सिगार, वाईन, निजता, लुटियन दिल्ली के हूज एंड हू चेहरों के बीच की चकल्लसी के मजे) में...