नई दिल्ली। जमीन के बदले रेलवे में नौकरी के मामले में लालू प्रसाद के परिवार की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। इस मामले की जांच कर रही केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने एक नया आरोपपत्र दायर किया है, जिसमें लालू प्रसाद की एक और बेटी हेमा यादव को आरोपी बनाया है। लालू प्रसाद के परिवार के कई सदस्य पहले से इस मामले में आरोपी हैं। दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में दायर नए आरोपपत्र में ईडी ने हेमा यादव के अलावा राबड़ी देवी, मीसा भारती, अमित कात्याल, हृदयानंद चौधरी सहित कुल सात लोगों को आरोपी बनाया गया है।
बताया जा रहा है कि ईडी के आरोपपत्र में दो कंपनियों के नाम भी शामिल हैं। हालांकि उनका नाम सामने नहीं आया है। ईडी ने यह आरोपपत्र दिल्ली के राउज एवेन्यू स्थित विशेष कोर्ट में दायर की। कोर्ट की तरफ से ईडी को आरोपपत्र की ई-कॉपी भी फाइल करने का आदेश दिया गया है। अब इस मामले पर 16 जनवरी को सुनवाई होगी। इससे पहले तीन जुलाई को बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को आरोपी बनाया गया था। इस केस में तेजस्वी के अलावा 17 लोग शामिल हैं। इस मामले में फिलहाल लालू प्रसाद का परिवार जमानत पर है।
जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने का मामला 2004 से 2009 का है, जब लालू प्रसाद रेल मंत्री थे। हालांकि इसकी जांच बाद में शुरू हुई। इस मामले में सीबीआई की तरफ से पहला आरोपपत्र सात अक्टूबर 2022 को दायर किया गया था। इसमें लालू प्रसाद, राबड़ी देवी उनकी बेटी मीसा भारती सहित 16 लोगों को आरोपी बनाया गया था। लालू, राबड़ी और मीसा को इसमें भी जमानत मिल गई है। दूसरी ओर लालू प्रसाद के परिवार के करीबी अमित कात्याल को इसी मामले में ईडी ने पिछले सील 10 नवंबर को गिरफ्तार किया है।