नीट पीजी 2025 (neet pg 2025) की तैयारी कर रहे लाखों मेडिकल छात्रों के लिए सुप्रीम कोर्ट की ओर से एक बेहद महत्वपूर्ण और दूरगामी प्रभाव वाला फैसला सामने आया है।
कोर्ट ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया है कि अब से नीट पीजी (neet pg 2025) की परीक्षा देशभर में एक ही शिफ्ट में कराई जाएगी। यह निर्णय परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ाने और सभी अभ्यर्थियों को समान अवसर सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
दरअसल, पिछले कई वर्षों से नीट पीजी (neet pg 2025 जैसी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाएं दो या उससे अधिक शिफ्टों में आयोजित की जा रही थीं। इससे परीक्षा में शामिल छात्रों के बीच कठिनाई स्तर में अंतर की शिकायतें लगातार सामने आ रही थीं।
किसी शिफ्ट में प्रश्न आसान होते तो किसी में अधिक कठिन, जिससे एक समान मूल्यांकन की प्रक्रिया बाधित हो रही थी। इस प्रणाली से न केवल छात्रों के मन में असंतोष पनपता था, बल्कि परीक्षा की विश्वसनीयता और निष्पक्षता पर भी सवाल उठते थे।
नीट पीजी अब एक ही शिफ्ट में होगी परीक्षा
सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर गहराई से विचार करते हुए कहा कि किसी भी दो प्रश्नपत्रों के कठिनाई स्तर को पूरी तरह समान नहीं माना जा सकता। यह स्थिति विद्यार्थियों के लिए असमानता, भेदभाव और अन्यायपूर्ण अनुभवों को जन्म देती है, जिससे उनके भविष्य पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।
कोर्ट ने यह भी जोड़ा कि यह परीक्षा लाखों छात्रों के करियर की नींव रखती है, इसलिए इसमें समानता, निष्पक्षता और पारदर्शिता का होना अत्यंत आवश्यक है।
इसलिए, छात्रों के हित में न्याय करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने (neet pg 2025 ) यह सख्त निर्णय लिया है कि नीट पीजी 2025 की परीक्षा अब सिर्फ एक ही शिफ्ट में आयोजित की जाएगी, ताकि हर छात्र को समान अवसर और बराबर चुनौती मिले।
इस फैसले से परीक्षा प्रणाली में सुधार की एक नई उम्मीद जागी है और लाखों छात्रों को भरोसा मिला है कि उनके साथ किसी भी प्रकार का पक्षपात नहीं होगा।
यह निर्णय न केवल नीट पीजी परीक्षा की प्रक्रिया को और मजबूत बनाएगा, बल्कि यह देश की समूची शैक्षणिक प्रणाली के लिए भी एक मील का पत्थर साबित होगा। अब परीक्षा में सफलता पूरी तरह से छात्रों की मेहनत और योग्यता पर आधारित होगी, न कि इस बात पर कि वह किस शिफ्ट में परीक्षा दे रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला (neet pg 2025) निश्चित ही देश के मेडिकल छात्रों के लिए एक राहत की खबर है और इससे परीक्षा प्रणाली की साख, विश्वसनीयता और न्यायप्रियता को नया आयाम मिलेगा।
मेडिकल छात्रों के लिए बड़ी राहत
सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले से देशभर के मेडिकल छात्रों को बड़ी राहत मिली है। अब नीट पीजी (neet pg 2025) जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा केवल एक ही शिफ्ट में कराई जाएगी, जिससे उम्मीदवारों को यह सोचने की जरूरत नहीं होगी कि दूसरी शिफ्ट का पेपर आसान था या कठिन।
इस नई व्यवस्था के तहत सभी छात्र एक ही समय पर, एक जैसे प्रश्नों के साथ परीक्षा देंगे। (neet pg 2025) इससे न केवल परीक्षा का माहौल अधिक निष्पक्ष और समान होगा, बल्कि परिणामों की पारदर्शिता और विश्वसनीयता भी सुनिश्चित होगी।
अब छात्रों की सफलता केवल उनकी मेहनत और ज्ञान पर निर्भर करेगी, न कि उस शिफ्ट पर जिसमें उन्होंने परीक्षा दी। यह फैसला मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने की चाह रखने वाले लाखों युवाओं के लिए उम्मीद और भरोसे का संकेत है।
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