कानपुर। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने घाटमपुर स्थित पतारा रेलवे स्टेशन मैदान में अकबरपुर लोकसभा सीट के लिए आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह सनातन सत्य है कि रामद्रोहियों का पतन हमेशा हुआ है। 2024 का लोकसभा चुनाव इस शाश्वत सत्य की पुष्टि करने वाला है। सीएम योगी ने आगे कहा कि अकबरपुर का नाम ही ऐसा है कि बार-बार बोलने में संकोच लगता है। ये सब बदल जाएगा। हमें गुलामी के निशानों को समाप्त और विरासत का सम्मान करना है। यूपीए सरकार के दौरान सपा और बसपा बिन मांगे कांग्रेस (Congress) का समर्थन कर रहे थे। तब, रंगनाथ मिश्रा कमेटी ने पिछड़ी जाति के आरक्षण से 6 प्रतिशत काटकर मुसलमानों को देने की सिफारिश की थी। भाजपा ने जब इसका पुरजोर विरोध किया तो कांग्रेस को वह प्रस्ताव वापस लेना पड़ा था। Yogi Adityanath
फिर सच्चर कमेटी का गठन किया गया, कांग्रेस ने साजिश की कि अनुसूचित जाति और जनजाति में मुसलमानों की कुछ जातियों को शामिल कर दिया जाए। कांग्रेस हमेशा विभाजन की राजनीति करने वाली रही है। इन्होंने देश का विभाजन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि परम रामभक्त और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (Kalyan Singh) के निधन पर कांग्रेस और सपा की ओर से संवेदना का कोई शब्द नहीं निकला था। प्रयागराज में राजू पाल की हत्या पर भी कोई संवेदना व्यक्त नहीं की गई। अधिवक्ता उमेश पाल की हत्या पर हमने कहा था कि किसी ने अगर पिछड़े के बेटे को मारा है तो वह माफिया मिट्टी में मिलेगा।
आज माफिया मिट्टी में मिल चुके हैं। जो कल्याण सिंह (Kalyan Singh) को श्रद्धांजलि नहीं दे सके, वो माफिया के घर फातिहा पढ़ने गये। इनकी संवेदना माफिया के प्रति है। इनकी संवेदना रामद्रोहियों के प्रति है। सीएम योगी ने कांग्रेस और इंडी गठबंधन (Indie Alliance) पर हमला बोलते हुए कहा कि जो देश का विभाजन करने के लिए जिम्मेदार हैं, वो आगे भी आपको बांटने का कार्य करेंगे। हमें पीएम मोदी (PM Modi) के नेतृत्व में देश को आत्मनिर्भर और विकसित बनाना है। तीन चरण के चुनाव में विपक्षी चारों खाने चित्त हो गए हैं। जब उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा है तो भारत के खिलाफ साजिश में लिप्त हो गए हैं। विपक्षी दलों के बयानों को पढ़ने से स्पष्ट हो चुका है कि ये चुनाव रामभक्त और रामद्रोहियों के बीच में है। जो रामभक्त हैं, वही, राष्ट्रभक्त भी हैं।
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