नई दिल्ली। भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मुकदमा करने वाली महिला पहलवानों के समर्थन में किसान नेता और खाप पंचायतों के प्रतिनिधि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलेंगे। गौरतलब है कि सात महिला पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ यौन शोषण का मुकदमा दर्ज कराया है। दिल्ली पुलिस इसकी जांच कर रही है। बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए पहलवानों ने 38 दिन तक जंतर मंतर पर धरना दिया। पिछले रविवार को उनको वहां से हटा दिया गया।
पहलवानों के समर्थन में भारतीय किसान यूनियन ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के सौरम गांव में खाप महापंचायत बुलाई थी। खाप महापंचायत में किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि खाप प्रतिनिधि राष्ट्रपति से मिलेंगे। इस महापंचायत में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड और पंजाब से खाप और किसान नेता शामिल हुए। गौरतलब है कि पहलवान अपने मेडल गंगा में बहाने हरिद्वार पहुंचे थे पर भारतीय किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत ने उनको समझा कर ऐसा करने से रोका। उसके बाद टिकैत ने सरकार के कार्रवाई करने के लिए पांच दिन का अल्टीमेटम दिया था।
बहरहाल, गुरुवार की महापंचायत में राकेश टिकैत ने पहलवानों को एक खास जाति का बताए जाने का भी विरोध किया। उन्होंने कहा कि पहलवान किसी जाति के नहीं हैं, इनकी जाति तिरंगा है। उन्होंने कहा- हम भी विदेश में अपनी पार्टी का नहीं, देश का झंडा लेकर जाते हैं। अगर न्याय नहीं मिलता तो पूरे देश में लड़ेंगे ये लड़ाई। टिकैत ने कहा- मैंने पहलवानों से कहा कि अपने मेडल गंगा में विसर्जित मत करो, उन्हें नीलामी के लिए रख दो। पूरी दुनिया आगे आएगी और आपसे नीलामी रोकने के लिए कहेगी। किसान और खाप की ओर से पहलवानों को समर्थन देने के सवाल पर टिकैत ने कहा- परिवार बड़ा हो तो अच्छा है।
गुरुवार को हुई बैठक में राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए किसानों से कहा- आपको समझना चाहिए कि केंद्र सरकार क्या कर रही है। उन्होंने बिहार में लालू यादव के परिवार को तोड़ दिया। उन्होंने मुलायम सिंह यादव के परिवार के साथ क्या किया। राजस्थान में भी यही हो रहा है। उन्होंने बताया कि अगली खाप पंचायत 11 जून को मुजफ्फरनगर जिले के बाजू गांव में होगी।