नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को ब्रिटेन और मालदीव की चार दिवसीय यात्रा पर रवाना हुए। उन्होंने विश्वास जताया कि इससे दोनों देशों के साथ भारत के संबंध मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी है जिसमें हाल के वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग है, जिसमें व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, नवाचार, रक्षा, शिक्षा, अनुसंधान, स्वास्थ्य और लोगों के बीच संबंध शामिल हैं।
मोदी ने कहा, मोदी ने कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सर केअर स्टार्मर से मुलाकात में आर्थिक साझेदारी को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही व्यापार, नवाचार, रक्षा और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाएं और बढ़ेंगी। इस यात्रा के दौरान वह महाराजा चार्ल्स तृतीय से भी मिलेंगे।
इसके बाद, मोदी मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के निमंत्रण पर इस द्वीप देश की यात्रा करेंगे। इसे मुइज्जू के शासनकाल में दोनों देशों के बीच संबंधों में ठहराव आने के बाद एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखा जा रहा है। मोदी मालदीव की स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ के समारोह में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इस यात्रा से ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति को बल मिलेगा।