नई दिल्ली। मणिपुर में कई महीने से चल रही हिंसा और पूर्वोत्तर के राज्यों में म्यांमार से हो रही घुसपैठ के बीच भारत सरकार ने सीमा सुरक्षा को लेकर मंगलवार को बड़ा फैसला किया। सरकार ने फैसला किया है कि 1,643 किलोमीटर लंबी भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाई जाएगी। इसके अलावा सीमा पर बेहतर निगरानी की सुविधा के लिए एक गश्ती ट्रैक भी बनाया जाएगा। गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी है।
अमित शाह ने लिखा है- सीमा की कुल लंबाई में से, मणिपुर के मोरेह में 10 किलोमीटर की दूरी पर पहले ही बाड़ लगाई जा चुकी है। इसके अलावा, हाइब्रिड सर्विलांस सिस्टम के जरिए बाड़ लगाने की दो पायलट परियोजनाओं पर अमल किया जा रहा है। उन्होंने आगे बताया कि अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में हर एक किलोमीटर की दूरी पर फेंसिंग की जाएगी। इसके अलावा मणिपुर में करीब 20 किलोमीटर तक बाड़ लगाने के काम को भी मंजूरी दे दी गई है और काम जल्द ही शुरू हो जाएगा।
गौरतलब है कि गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने पहले ही संकेत दिए थे कि केंद्र सरकार अवैध घुसपैठियों और विद्रोहियों की भारत में घुसने से रोकने के लिए म्यांमार के साथ सीमा के आर-पार फ्री आवाजाही की मौजूदा व्यवस्था यानी एफएमआर को खत्म करने पर विचार कर रही है। गौरतलब है कि मिजोरम, मणिपुर, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश तक फैली 1,643 किलोमीटर लंबी भारत-म्यांमार सीमा को एफएमआर के तहत संचालित किया जाता है। इसके तहत भारत-म्यांमार सीमा के पास रहने वाले लोगों को बिना वीजा के एक-दूसरे के क्षेत्रों में 16 किलोमीटर आने-जाने की अनुमति होती है।