नई दिल्ली। विपक्षी पार्टियों के गठबंधन ‘इंडिया’ में अभी सीट बंटवारे की बात औपचारिक रूप से शुरू नहीं हुई है और उससे पहले ही विवाद शुरू हो गया है। गठबंधन की दो बड़ी पार्टियों, तृणमूल कांग्रेस और शिव सेना के उद्धव ठाकरे गुट ने कांग्रेस के सामने तेवर दिखाए हैं। तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में तालमेल नहीं होगा तो उधर मुंबई में शिव सेना नेता संजय राउत ने कहा है कि कांग्रेस के पास कोई लोकसभा की सीट नहीं है तो उसे जीरो से शुरू करना होगा। उन्होंने राज्य की 48 और दादर नागर हवेली की एक सीट में 23 सीटों पर लड़ने का दावा किया।
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में उनकी पार्टी की भाजपा से सीधी लड़ाई है। गुरुवार को उधर कांग्रेस ने अपने स्थापना दिवस के मौके पर नागपुर में रैली करके लोकसभा चुनाव अभियान का आगाज किया तो दूसरी ओर ममता बनर्जी ने राज्य में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की। उत्तर 24 परगना में एक रैली के दौरान ममता ने कहा- हमें बीजेपी को सबक सिखाना है किसी अन्य पार्टी को नहीं। बंगाल में टीएमसी की सीधी टक्कर बीजेपी से है। ‘इंडिया’ ब्लॉक देश की सभी सीटों पर साथ चुनाव लड़ेगा।
उधर शिव सेना के उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने शुक्रवार को महाराष्ट्र में सीट बंटवारे पर कोई समझौता न करने के संकेत दिए। उन्होंने दावा किया कि शिव सेना महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी है। लोकसभा चुनाव में दादर और नगर हवेली सहित 23 सीटों पर शिव सेना लड़ती रही है और वह मजबूती से लड़ेगी। इस पर तंज करते हुए कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने कहा कि शिवसेना के 40 विधायक उसे छोड़ कर चले गए हैं और आज कांग्रेस राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी है।