नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने माना है कि जम्मू कश्मीर में लगातार घुसपैठ की कोशिशें हो रही हैं। उन्होंने गुरुवार को कहा- देश की उत्तरी सीमा पर स्थिति संवेदनशील बनी हुई है। जम्मू कश्मीर से घुसपैठ की कोशिशें जारी हैं। इसलिए उत्तरी सीमा पर सेना के जवानों की भारी संख्या में मौजूदगी है। हालांकि, सेना किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
सेना प्रमुख जनरल पांडे ने कहा- 2024 में सेना में आधुनिकीकरण किया जाएगा। हम नई प्रौद्योगिकी को अपनाते रहे हैं, लेकिन इस साल इस मामले में और आगे बढ़ेंगे। सेना में आर्टिलरी यूनिट और इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस सिस्टम को बेहतर बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सेना पशुओं से होने वाले माल की ढुलाई को ड्रोन के जरिए करने पर विचार कर रही है। इसका प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है।
गौरतलब है कि भारत की सीमाओं की चुनौतीपूर्ण जगहों पर जवानों तक सामान पहुंचाने के लिए सेना पशुओं के जरिए सामानों की ढुलाई कराती है। जनरल पांडे ने कहा कि इसकी बजाय ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे 2027 तक एक लाख वर्कफोर्स में कमी आएगी। उन्होंने कहा- जम्मू कश्मीर और लद्दाख से लगने वाली सीमा पर फिलहाल स्थिति संवेदनशील है। हमने इस क्षेत्र में भारी संख्या में जवानों को तैनात किया हुआ है, जिससे किसी भी ऑपरेशन के लिए सेना तैयार रहेगी।
सेना प्रमुख ने कहा- जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लिए सैन्य स्तर और राजनयिक स्तर पर भी बातचीत जारी है। जम्मू कश्मीर में लगातार घुसपैठ की कोशिशें हो रही हैं। ड्रग्स और हथियारों की स्मगलिंग की कोशिशें भी जारी हैं, लेकिन सेना इन कोशिशों को लगातार नाकाम कर रही है। पूर्वोत्तर को लेकर उन्होंन कहा- भारत और म्यांमार सीमा हमारे लिए चिंता का विषय है। हम इस पर करीब से नजर रख रहे हैं। असम राइफल की 20 बटालियन को वहां तैनात किया गया है। इस सीमा पर इसलिए भी ध्यान देना जरूरी है, क्योंकि यहां से मणिपुर में घुसपैठ की जा सकती है।