मोरक्को में भूकंप, हजार से ज्यादा मौत

मराकेश। अफ्रीकी देश मोरक्को में शुक्रवार को देर रात आए भूकंप में एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि करीब सात सौ लोग घायल हैं। भूकंप का केंद्र पर्यटन के लिए मशहूर मराकेश शहर से करीब 72 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में था। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक शनिवार की देर शाम तक 1,037 लोगों की मौत हो चुकी है। मोरक्को जियोलॉजिकल सेंटर ने बताया कि भूकंप की तीव्रता 7.2 थी। हालांकि अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे ने इसकी तीव्रता 6.8 बताई है। साथ ही कहा कि ये इस इलाके में 120 साल में आया सबसे ताकतवर भूकंप है।

मोरक्को के स्टेट टेलीविजन ने बताया कि भूकंप की वजह से कई इमारतें ढह गईं हैं। सोशल मीडिया पर भूकंप से जुड़े कई वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिसमें लोग भागते हुए नजर आ रहे हैं। भूकंप का एपिसेंटर एटलस पर्वत के पास इघिल नाम का गांव बताया जा रहा है, जो माराकेश शहर से 72 किलोमीटर की दूरी पर है। भूकंप की गहराई जमीन से साढ़े 18 किलोमीटर नीचे थी। मोरक्को की राजधानी रबात से लेकर पड़ोसी देशों पुर्तगाल और अल्जीरिया तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप से इमारतें मलबे में तब्दील हो गईं।

यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल ऐतिहासिक माराकेश में पर्यटकों का ध्यान खींचने वाली लाल दीवारों के कुछ हिस्से भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक उत्तरी अफ्रीका में भूकंप काफी दुर्लभ है। इससे पहले 1960 में अगादिर के पास 5.8 तीव्रता का भूकंप आया था। तब हजारों लोगों की मौत हो गई थी। भारत में चल रहे जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरक्को में आए भूकंप पर दुख जताया है। उन्होंने कहा- हम इस दुख की घड़ी में मोरक्को के साथ हैं। हम हर संभव मदद देने को तैयार हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भी मोरक्को को हर संभव मदद देने की बात कही है।

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