नई दिल्ली। बोर्ड की परीक्षाएं शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों के साथ परीक्षा पर चर्चा की और उन्हें तनाव घटाने से लेकर परीक्षा में सफल होने के कई टिप्स दिए। परीक्षा प पर चर्चा कार्यक्रम के सातवें संस्करण में प्रधानमंत्री ने छात्रों से कहा कि जिंदगी में परीक्षा कभी नहीं खत्म होती है। उन्होंने कहा- हमें पॉजिटिव और आत्मविश्वास के साथ इसका सामना करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वे किसी बात का तनाव नहीं लेते हैं और यही कारण है कि बिस्तर पर जाने के 30 सेकेंड के भीतर उनको नींद आ जाती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा- मेरी भी परीक्षा होती है। परीक्षा सबकी जिदगी में आती है। उन्होंने कहा- किसी भी प्रकार के प्रेशर को झेलने के लिए खुद को मजबूत बनाएं। जीवन में कई परेशानियां आती हैं, ऐसे में हमको तैयार रखने की जरूरत है। हमें ज्यादा परीक्षा के बारे में नहीं सोचना चाहिए। हमें धीरे-धीरे पढ़ाई पर ध्यान देने की जरूरत है। जिंदगी में खुद पर प्रेशर ना डालिए।
प्रधानमंत्री ने अभिभावकों को भी नसीहत दी। उन्होंने कहा- मां बाप प्रेशर पैदा करते हैं। हमेशा बच्चों की तुलना दूसरे बच्चों से करते हैं। घर में मां, पिता, भाई बहन सभी मिलकर प्रेशर देते हैं। सबके होने के बाद टीचर भी प्रेशर देते हैं। ऐसे में मैं पैरेंट्स से गुजारिश करता हूं कि बच्चों की तुलना किसी से ना करें। बच्चों के मन में द्वेष की भावना पैदा होती है। प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों से बातचीत में कहा- आपको खुद से कॉम्पीटिशन करना है।
बच्चों को सलाह देते हुए पीएम मोदी ने कहा- होशियार बच्चों से दोस्ती करें। उनसे द्वेष ना करें। दोस्तों से कई विषयों पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। कोई गणित में तेज है तो उससे गणित सीख लीजिए। कोई भाषा में तेज है तो उससे भाषा के बारे में जानकारी ले लिया जाए। दोस्ती के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि दोस्ती बिना लाभ-हानि के होता है। दोस्ती पूरी जिंदगी भर की होती है। हमें अच्छे दोस्तों से सीखने की जरूरत है।