नई दिल्ली। भारत की अर्थव्यवस्था 2027 में पांच ट्रिलियन डॉलर का होगा लेकिन उससे बहुत पहले भारतीय शेयर बाजार पांच ट्रिलियन डॉलर का हो गया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों की बाजार पूंजी 21 मई को पहली बार पांच ट्रिलियन डॉलर यानी करीब 416 लाख करोड़ के आंकड़े तक पहुंच गई। भारतीय शेयर बाजार ने यह उपलब्धि ऐसे समय में हासिल की है, जब लोकसभा चुनाव के चलते विदेशी संस्थागत निवेशक यानी एफआईआई भारत के बाजार से अपना पैसा निकाल रहे हैं।
बहरहाल, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज, बीएसई में सूचीबद्ध सभी कंपनियों की साझा बाजार पूंजी मंगलवार को दिन के कारोबार के दौरान 416 लाख करोड़ तक बढ़ गया। बीएसई को चार से पांच ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने में छह महीने से भी कम समय लगा है। 29 नवंबर 2023 को बीएसई चार ट्रिलियन डॉलर का हुआ था और 21 मई को पांच ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया। हांगकांग, जापान, चीन और अमेरिका के बाद भारत दुनिया भर में पांचवां सबसे बड़ा शेयर बाजार है।
हालांकि इतनी बड़ी उपलब्धि के बावजूद शेयर बाजार में मंगलवार को कारोबार में तेजी देखने को नहीं मिली। सूचकांक 52 अंक गिर कर 73,953 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी में 27 अंक की बढ़त रही। यह 22,529 के स्तर पर बंद हुआ। पिछले दिनों एक निजी टेलीविजन चैनल को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चार जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद शेयर बाजार में तेजी देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा था कि चार जून के बाद बाजार झूमेगा।