Economy

  • अर्थव्यवस्था में कुछ बुनियादी गड़बड़ है

    देश की अर्थव्यवस्था में कुछ बुनियादी गड़बड़ी है और इसे समझने के लिए बड़ा अर्थशास्त्री होने की जरुरत नहीं है। सिर्फ हाल की कुछ खबरों को एक साथ रख कर देखा जाए तब भी यह अंदाजा हो जाता है कि कुछ न कुछ तो गड़बड़ है। अन्यथा ऐसा नहीं होता कि मुनाफे का ढोल पीट रहे तमाम बैंकों के परेशान होने की खबर आए और शेयर बाजार में उछाल जारी रहे। या चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी की विकास दर अनुमान से कम रहे और रिजर्व बैंक के गवर्नर को कहना पड़े कि...

  • घंटी तो बजा दी!

    Economy: मुख्य आर्थिक सलाहकार ने जिस प्रवृत्ति को लेकर आगाह किया है, उससे निकलने का रास्ता क्या है? आखिर इस मुकाम तक हम पिछले साढ़े तीन दशक में अपनाई गई नीतियों की वजह से पहुंचे हैं। भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार की चेतावनी भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने आखिरकार अर्थव्यवस्था के मौजूदा स्वरूप को लेकर वह चेतावनी दी है, जिस पर अर्थ जगत में पहले से चिंता रही है। नागेश्वरन ने अर्थव्यवस्था के वित्तीयकरण में निहित खतरों को लेकर आगाह किया है। उन्होंने देश के “वित्तीयकरण के जाल” में फंसने की आशंका जताई है।...

  • यही तो मसला है

    अर्थव्यवस्था इस हद तक कैपेक्स पर निर्भर क्यों है? संकट के समय में आर्थिक हालात को संभालने के लिए यह रास्ता उचित माना जाता है। लेकिन सामान्य समय में भी यही तरीका बचा रहे, तो यही माना जाएगा सामान्य आर्थिक चक्र कमजोर हो चुका है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारत के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर में बड़ी गिरावट आई। उसके पहले वाली तिमाही में ये दर 7.8 प्रतिशत थी, जो अप्रैल-जून में 6.7 फीसदी रह गई। इसका कारण बताते हुए भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने कहा- ‘यह गिरावट हमारी अपेक्षाओं...

  • अगस्त में एक लाख 75 हजार करोड़ जीएसटी मिली

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने एक महीने तक स्थगित रखने के बाद जीएसटी के आंकड़े जारी करने का सिलसिला फिर शुरू कर दिया है। एक सितंबर को सरकार ने अगस्त महीने का वस्तु व सेवा कर यानी जीएसटी वसूली का आंकड़ा जारी किया। इसके मुताबिक अगस्त में सरकार को जीएसटी के मद में 1,74,962 यानी करीब 1.75 लाख करोड़ रुपए मिले हैं। सालाना आधार पर इसमें 10% की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल अगस्त में एक लाख 59 हजार करोड़ रुपए जीएसटी इकट्ठा किया गया था। बहरहाल, सरकार  आंकड़ों के मुताबिक अगस्त में घरेलू कारोबार से सवा लाख करोड़ टैक्स...

  • पहली तिमाही में विकास दर 6.7 फीसदी रही

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • आंकड़ों में मिली राहत

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • योगी: यूपी अपनी जरुरतों को पूरा करने में सक्षम

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • सरकार इतनी लाचार क्यों?

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • प्रत्यक्ष टैक्स संग्रह में 21 प्रतिशत बढोतरी

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • हताशा का आलम

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • ये जो हकीकत है

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • अब जाकर खुली आंख!

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • आरबीआई की बैलेंस शीट बनाम पाकिस्तानी जीडीपी

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • विकास दर 8.2 फीसदी रही

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • नजरिया परिवर्तन या धमकी?

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • शेयर बाजार पांच ट्रिलियन डॉलर का हुआ

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • गुलाम कश्मीर और पाकिस्तान का सच

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • व्यापार संतुलन पर दबाव

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • जीडीपी आंकड़ों पर अविश्वास

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

  • भारत में बौद्धिक पिछड़ेपन की नायाब मिसाल!

    नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में विकास दर में कमी आई है। अप्रैल से जून के पहले तीन महीने में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी विकास की दर घट कर 6.7 फीसदी पर आ गई। यह पिछली पांच तिमाही यानी 15 महीने में सबसे कम है। पिछले साल की समान तिमाही यानी वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में विकास दर 8.2 फीसदी रही थी। केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार, 30 अगस्त को जारी किए हैं। माना जा रहा है कि कृषि और सर्विस सेक्टर के खराब...

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