यह सीजन आईपीएल प्रेमियों के लिए बेहद रोमांचक साबित हो रहा है। 2025 के इस टूर्नामेंट की शुरुआत से ही क्रिकेट प्रेमियों का जोश और उत्साह चरम पर है। शुरुआती तीन मुकाबलों ने (CSK) ही व्यूअरशिप के कई पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए।
रविवार को खेले गए दूसरे डबल हेडर में दिन के दूसरे मैच में चेन्नई सुपर किंग्स को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। यह हार चेन्नई सुपर किंग्स के लिए काफी निराशाजनक रही, क्योंकि यह उनकी इस सीजन की लगातार दूसरी हार थी।
चेन्नई सुपर किंग्स, जो आईपीएल इतिहास की सबसे सफल टीमों में से एक मानी जाती है, इस सीजन अब तक अपने तीन में से दो मुकाबले हार चुकी है।
इस तथ्य ने फैंस के बीच चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि आईपीएल के पिछले 18 सत्रों में यह पांचवीं बार हुआ है जब CSK ने अपने शुरुआती तीन में से दो या उससे अधिक मैच गंवाए हैं। दिलचस्प बात यह है कि जब-जब ऐसा हुआ है, चेन्नई सुपर किंग्स कभी भी उस सीजन में चैंपियन नहीं बन पाई।
अब सवाल यह उठता है कि क्या इस बार चेन्नई सुपर किंग्स इस कड़वे रिकॉर्ड को तोड़ पाएगी और अपने गौरवशाली इतिहास को बनाए रखते हुए खिताब जीत पाएगी? यह तो आने वाले मैच ही तय करेंगे, लेकिन यदि इतिहास को देखा जाए तो यह आंकड़ा चेन्नई के फैंस के लिए कुछ खास सकारात्मक संकेत नहीं देता।
आईपीएल के पिछले सत्रों पर नजर डालें तो जिन सालों में चेन्नई सुपर किंग्स ने शुरुआती तीन में से दो या उससे ज्यादा मैच गंवाए थे, उन सालों में टीम का प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा।
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आईपीएल 2009: इस साल चेन्नई सुपर किंग्स की शुरुआत खराब रही थी और शुरुआती तीन में से दो मैचों में हार मिली थी। हालांकि, टीम ने पूरे सीजन में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन अंततः सेमीफाइनल में पहुंचकर बाहर हो गई।
आईपीएल 2010: यह साल CSK के लिए ऐतिहासिक था, क्योंकि टीम ने खराब शुरुआत के बावजूद वापसी करते हुए पहली बार आईपीएल ट्रॉफी पर कब्जा जमाया था। हालांकि, उस समय टीम का बैलेंस और प्रदर्शन मौजूदा स्थिति से अलग था।
आईपीएल 2020: इस साल चेन्नई सुपर किंग्स ने बेहद खराब प्रदर्शन किया था और टूर्नामेंट के इतिहास में पहली बार प्लेऑफ में जगह नहीं बना पाई थी। शुरुआत से ही टीम का प्रदर्शन कमजोर रहा था, और सीजन के अंत तक भी टीम लय में नहीं आ सकी।
आईपीएल 2022: इस सीजन में भी चेन्नई सुपर किंग्स की शुरुआत खराब रही थी और टीम शुरुआत से ही संघर्ष करती दिखी। परिणामस्वरूप, टीम प्लेऑफ में जगह नहीं बना पाई और सीजन में निराशाजनक प्रदर्शन किया।
अब 2025 में स्थिति एक बार फिर वैसी ही नजर आ रही है। शुरुआती मुकाबलों में चेन्नई सुपर किंग्स की हार ने फैंस को चिंतित कर दिया है। हालांकि, क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है और कोई भी टीम खराब शुरुआत के बावजूद वापसी कर सकती है।
कप्तान एमएस धोनी की रणनीति और टीम की अनुभवशीलता को देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि चेन्नई सुपर किंग्स इस बार भी अपने पुराने रिकॉर्ड को दोहराएगी या फिर एक नया इतिहास रचेगी।
आने वाले मैचों में चेन्नई को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना होगा और टीम को हर विभाग में बेहतर प्रदर्शन करने की जरूरत होगी। यदि चेन्नई सुपर किंग्स इस अनचाहे रिकॉर्ड को तोड़ने और चैंपियन बनने का सपना साकार करना चाहती है, तो उसे अगले मैचों में आक्रामक क्रिकेट खेलना होगा।
क्या CSK इस बार इतिहास बदल पाएगी? यह देखने के लिए फैंस को आने वाले मैचों का बेसब्री से इंतजार रहेगा!
साल 2009 – चेन्नई सुपर किंग्स का सफर
साल 2009 का इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) सीजन चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के लिए काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा। इस साल आईपीएल का आयोजन दक्षिण अफ्रीका में हुआ था, क्योंकि भारत में आम चुनावों के चलते इसे देश से बाहर शिफ्ट कर दिया गया था।
चेन्नई सुपर किंग्स(CSK) ने इस सीजन की शुरुआत अपेक्षा के अनुसार नहीं की थी और शुरुआती तीन मैचों में से दो में हार का सामना करना पड़ा था।
सीएसके ने अपना पहला मुकाबला मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेला, जिसमें उसे 19 रनों से हार मिली। इस मैच में मुंबई की टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और चेन्नई की बल्लेबाजी उतनी मजबूत नहीं दिखी जितनी उम्मीद थी।
हालांकि, दूसरे मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को हराकर अपनी पहली जीत दर्ज की और अपने अभियान को पटरी पर लाने की कोशिश की। लेकिन तीसरे मैच में फिर से टीम को झटका लगा, जब दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) ने उसे नौ रनों से हराया।
सेमीफाइनल में हार और टूर्नामेंट से बाहर
हालांकि शुरुआती असफलताओं के बाद, महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में सीएसके ने शानदार वापसी की। कुल 14 लीग मैचों में से चेन्नई सुपर किंग्स ने आठ मुकाबले जीतकर खुद को शीर्ष टीमों में बनाए रखा।
टीम ने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन संतुलन बनाए रखा, जिसमें उसके बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने अहम योगदान दिया। टीम को पांच मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा, जबकि एक मैच बिना किसी नतीजे के समाप्त हुआ।
लीग स्टेज समाप्त होने के बाद चेन्नई सुपर किंग्स ने (CSK) 17 अंकों के साथ अंक तालिका में दूसरा स्थान हासिल किया और सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया।
सेमीफाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स(CSK) का मुकाबला रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से हुआ। यह मैच सीएसके के लिए बेहद महत्वपूर्ण था, लेकिन टीम अपनी पूरी क्षमता के साथ प्रदर्शन नहीं कर पाई और अंततः हार गई। इस हार के साथ चेन्नई सुपर किंग्स का 2009 का सफर समाप्त हो गया और टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई।
डेक्कन चार्जर्स का खिताबी सफर
साल 2009 के आईपीएल सीजन में डेक्कन चार्जर्स ने शानदार प्रदर्शन करते हुए खिताब अपने नाम किया। इस टीम ने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन खेल दिखाया और फाइनल मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को हराकर ट्रॉफी जीती।
हालांकि चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) 2009 के सीजन में ट्रॉफी नहीं जीत पाई, लेकिन इस सीजन में टीम ने यह साबित कर दिया कि वह एक मजबूत टीम है। अगले सीजन में सीएसके ने अपने प्रदर्शन को और बेहतर किया और 2010 में पहली बार आईपीएल ट्रॉफी जीतने में कामयाब रही।
यह सीजन सीएसके के लिए एक सीखने का अनुभव साबित हुआ, जिससे टीम ने आगे चलकर खुद को एक सफल फ्रेंचाइजी के रूप में स्थापित किया।
साल 2012
साल 2012 का आईपीएल सीजन चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए संघर्ष और जुझारूपन से भरा रहा। शुरुआती तीन मैचों में ही टीम को दो बार हार का सामना करना पड़ा, जिससे उनका सफर कठिनाइयों से भरा नजर आया।
पहले मुकाबले में मुंबई इंडियंस ने CSK को आठ विकेट से मात दी, जिससे टीम को करारा झटका लगा। हालांकि, अगले मैच में CSK ने शानदार वापसी करते हुए डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ 74 रन से बड़ी जीत दर्ज की।
लेकिन तीसरे मैच में दिल्ली कैपिटल्स (तत्कालीन दिल्ली डेयरडेविल्स) के खिलाफ टीम को फिर से हार का सामना करना पड़ा और दिल्ली ने यह मुकाबला आठ विकेट से अपने नाम किया।
लीग स्टेज में CSK का प्रदर्शन
इस सीजन में चेन्नई ने कुल 16 मुकाबले खेले, जिनमें से टीम आठ मैच जीतने में सफल रही, जबकि सात मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा। एक मुकाबला बेनतीजा रहा, जिससे CSK को कुल 17 अंक प्राप्त हुए। इस प्रदर्शन के दम पर टीम अंक तालिका में चौथे स्थान पर रही और प्लेऑफ में जगह बनाने में कामयाब रही।
एलिमिनेटर मुकाबले में चेन्नई ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया और 38 रन से जीत हासिल कर क्वालिफायर-2 में जगह बनाई। इसके बाद, क्वालिफायर-2 में चेन्नई सुपर किंग्स ने दिल्ली कैपिटल्स को करारी शिकस्त दी और 86 रन से जीत दर्ज कर फाइनल का टिकट कटाया।
फाइनल में CSK की हार
फाइनल मुकाबला चेन्नई के लिए बेहद अहम था, लेकिन केकेआर (कोलकाता नाइट राइडर्स) के खिलाफ CSK को पांच विकेट से हार झेलनी पड़ी। पूरे सीजन में संघर्ष करते हुए फाइनल तक पहुंचने वाली CSK के लिए यह हार निराशाजनक रही, लेकिन टीम ने अपने खेल से यह साबित कर दिया कि वे किसी भी परिस्थिति में मुकाबला करने के लिए तैयार हैं।
2012 का आईपीएल सीजन चेन्नई सुपर किंग्स के लिए मिश्रित अनुभवों से भरा रहा, जिसमें शुरुआत में संघर्ष, मध्य में स्थिरता और अंत में फाइनल तक का सफर शामिल था। हालांकि खिताब जीतने से टीम चूक गई, लेकिन CSK ने अपने खेल से फैंस को भरपूर रोमांच और उम्मीदें दीं।
साल 2020
साल 2020 इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के इतिहास में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के लिए एक कठिन और चुनौतीपूर्ण वर्ष साबित हुआ। इस सीजन में चेन्नई की टीम अपने सामान्य प्रदर्शन के अनुरूप नहीं खेल पाई और प्लेऑफ के लिए क्वालिफाई करने में असफल रही।
साल 2020 के आईपीएल की शुरुआत चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी मुंबई इंडियंस के खिलाफ जीत के साथ की थी। इस मुकाबले में सीएसके ने मुंबई को 5 विकेट से हराकर शानदार आगाज किया। हालांकि, इसके बाद टीम के प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिली। अपने अगले दो मुकाबलों में चेन्नई को हार का सामना करना पड़ा।
दूसरा मुकाबला: राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ चेन्नई सुपर किंग्स को 16 रन से हार मिली। इस मैच में राजस्थान ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई के गेंदबाजों को दबाव में ला दिया, जिसके चलते सीएसके लक्ष्य का पीछा नहीं कर पाई।
तीसरा मुकाबला: दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ चेन्नई को 44 रन से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। इस मुकाबले में दिल्ली के गेंदबाजों ने सीएसके के बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया, जिससे टीम बड़ी हार का शिकार हो गई।
पूरे सीजन का प्रदर्शन
इस साल चेन्नई सुपर किंग्स ने कुल 14 लीग मैच खेले, जिनमें से केवल 6 मुकाबलों में ही जीत दर्ज कर पाई, जबकि 8 मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा।
इस खराब प्रदर्शन के चलते सीएसके की टीम अंक तालिका में 12 अंकों के साथ सातवें स्थान पर रही। यह पहला मौका था जब महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स प्लेऑफ में जगह बनाने में नाकाम रही।
2020 का सीजन चेन्नई सुपर किंग्स के लिए कई मायनों में कठिन था। टीम को शुरुआती चरण में ही कई दिग्गज खिलाड़ियों की कमी महसूस हुई।
रेश रैना और हरभजन सिंह ने निजी कारणों से इस सीजन में नहीं खेलने का फैसला किया, जिससे टीम की बैटिंग और बॉलिंग में संतुलन बिगड़ गया। इसके अलावा, कुछ प्रमुख खिलाड़ियों का खराब फॉर्म और चोटों ने भी टीम के प्रदर्शन को प्रभावित किया।
आईपीएल 2020 का विजेता
जहां चेन्नई सुपर किंग्स इस सीजन में संघर्ष करती नजर आई, वहीं मुंबई इंडियंस ने शानदार प्रदर्शन करते हुए आईपीएल 2020 का खिताब अपने नाम किया। मुंबई ने पूरे टूर्नामेंट में दमदार खेल दिखाया और फाइनल में दिल्ली कैपिटल्स को हराकर रिकॉर्ड पांचवीं बार ट्रॉफी जीती।
साल 2020 का आईपीएल सीजन चेन्नई सुपर किंग्स के लिए निराशाजनक रहा। टीम को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, और पहली बार प्लेऑफ में जगह बनाने में नाकाम रही।
हालांकि, इस असफलता के बाद टीम ने अगले सीजन में दमदार वापसी की और 2021 में एक बार फिर से आईपीएल ट्रॉफी जीतकर खुद को चैंपियन साबित किया।
साल 2022
साल 2022 क्रिकेट की दुनिया में एक यादगार सीजन था, लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए यह सीजन कुछ खास नहीं रहा। सीएसके ने अपने शुरुआती तीन मैचों में निराशाजनक प्रदर्शन किया था। पहले मैच में उसे कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के खिलाफ छह विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
इसके बाद लखनऊ सुपर जाएंट्स (LSG) ने भी उसे छह विकेट से हराया। तीसरे मैच में पंजाब किंग्स (PBKS) ने चेन्नई को 54 रन से हराया, जिससे सीएसके की स्थिति और खराब हो गई।
साल 2022 में सीएसके के लिए यह एक संघर्षपूर्ण सीजन साबित हुआ। पूरी टीम का प्रदर्शन उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा, और उन्हें कुल 14 मैचों में से सिर्फ चार ही जीत मिली।
वहीं, 10 मैचों में हार का सामना करना पड़ा। इस असफल सीजन के बाद सीएसके को 8 अंक ही मिल सके, और वह अंक तालिका में नौवें स्थान पर रही। यह टीम की सबसे कमजोर स्थिति थी, जो क्रिकेट जगत में शायद पहले कभी नहीं देखी गई थी।
इस सीजन की समाप्ति के बाद, सीएसके के फैंस को निराशा हाथ लगी, लेकिन इस कठिन दौर के बाद भी चेन्नई की टीम में दमखम था। इस साल, गुजरात टाइटन्स ने शानदार प्रदर्शन करते हुए आईपीएल 2022 की चैंपियनशिप जीती। सीएसके की टीम के लिए यह एक कठिन सीजन था, लेकिन इसने उन्हें अगले साल के लिए और भी मजबूत बनने की प्रेरणा दी।
साल 2025
साल 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए आईपीएल का सीजन शुरुआत में ही कुछ खास अच्छा नहीं रहा है। टीम ने अपने पहले मैच में मुंबई इंडियन्स को चार विकेट से हराकर जीत की राह पर कदम रखा, लेकिन इसके बाद आरसीबी (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर) और आरआर (राजस्थान रॉयल्स) के खिलाफ उसे हार का सामना करना पड़ा।
इस प्रकार, सीएसके को अगले 11 मैचों में से कम से कम सात से आठ मैच जीतने की जरूरत है, अगर 16 अंक को प्लेऑफ में क्वालिफाइ करने का मानक माना जाए।
हालांकि, चेन्नई के लिए एक दिलचस्प संयोग यह है कि साल 2012 को छोड़कर, बाकी तीन सत्रों में सीएसके ने हर बार अपने प्रदर्शन में जबरदस्त वापसी की थी।
साल 2010, 2021 और 2023 में टीम ने शानदार खेल दिखाते हुए आईपीएल चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था। यह बात सीएसके के फैंस के लिए उम्मीद का कारण बनी हुई है, क्योंकि चेन्नई की टीम एक बार फिर से शानदार वापसी करने का इरादा रखती है।
इसके अलावा, यह आईपीएल धोनी के करियर का संभवतः आखिरी सीजन हो सकता है। महेंद्र सिंह धोनी, जो चेन्नई सुपर किंग्स के लिए एक प्रतीक बन चुके हैं और जिन्होंने टीम को कई बार चैंपियन बनाया है, अब 43 साल के हो चुके हैं।
ऐसे में सीएसके के बाकी खिलाड़ी इस सीजन को खास बनाने के लिए पूरी मेहनत करेंगे, ताकि धोनी को उनके आखिरी आईपीएल में खिताब के साथ विदाई दी जा सके।
धोनी की कप्तानी में चेन्नई ने हमेशा उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया है, और इस बार भी टीम का लक्ष्य उनका सम्मान करते हुए खिताब जीतना होगा। CSK की टीम अब भी टूर्नामेंट में वापस आने की पूरी कोशिश करेगी, और अपने फैंस को एक और रोमांचक सीजन का तोहफा देने की पूरी संभावना रखती है।