नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के स्टार ऑलराउंडर और भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके ऋषि धवन (Rishi Dhawan) ने सीमित ओवर के क्रिकेट से संन्यास लेने का एलान किया है। वर्तमान में विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में हिमाचल प्रदेश की कप्तानी कर रहे ऋषि ने यह घोषणा अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के ज़रिये की। उन्होंने लिखा कि यह फ़ैसला भारी मन से लिया गया है, लेकिन उन्हें अपने करियर पर गर्व है और कोई पछतावा नहीं है। ऋषि ने अपने पोस्ट में यह भी लिखा है कि यह संन्यास सिर्फ़ सीमित ओवर के क्रिकेट से है। इसका मतलब है कि वह खेल के सबसे बड़े प्रारूप में खेलना जारी रखेंगे।
रणजी ट्रॉफ़ी के बाक़ी बचे दो मुक़ाबले में उनके हिस्सा लेने की उम्मीद है। ऋषि ने भारत के लिए तीन वनडे और एक टी20 मैच खेला है। उन्होंने जनवरी 2016 में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ वनडे डेब्यू किया था। उसी साल ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ अपना पहला और एकमात्र टी20 मैच खेला। हालांकि उनका अंतर्राष्ट्रीय करियर लंबा नहीं चला, लेकिन घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में उनका प्रदर्शन शानदार रहा। अपने संन्यास की घोषणा करते हुए ऋषि ने इंस्टाग्राम पर लिखा भारी मन से लेकिन बिना किसी पछतावे के, मैं भारतीय क्रिकेट (सीमित ओवर) से अपने संन्यास की घोषणा करता हूं। यह एक ऐसा खेल है जिसने पिछले 20 वर्षों से मेरी ज़िंदगी को परिभाषित किया है। इस खेल ने मुझे अपार खुशी और अनगिनत यादें दी हैं, जो हमेशा मेरे दिल के बहुत क़रीब रहेंगी।
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मैं इस अवसर पर बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड), हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए ), पंजाब किंग्स, मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स द्वारा मुझे दिए गए मौक़ों के लिए आभार व्यक्त करना चाहता हूं।साधारण शुरुआत से लेकर अपने देश के सबसे बड़े मंचों पर प्रतिनिधित्व करने तक, यह मेरे लिए एक असाधारण सम्मान रहा है। घरेलू क्रिकेट में ऋषि का प्रदर्शन काफ़ी प्रभावशाली रहा। बीते विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में उन्होंने एक अर्धशतक की मदद से 196 रन बनाए और आठ विकेट भी लिए। लिस्ट ए क्रिकेट में ऋषि ने 38.23 की औसत से 2906 रन बनाये और 186 विकेट लिए हैं। वहीं टी20 क्रिकेट में उन्होंने 30 की औसत से 1740 रन और 118 विकेट अपने नाम किए।