BS Yediyurappa

  • येदियुरप्पा के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी

    बेंगलुरू। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ नाबालिग लड़की का यौन उत्पीड़न करने के मामले में पॉक्सो कानून के तहत गैर जमानती वारंटी जारी हो गया है। बेंगलुरू की एक अदालत ने गुरुवार, 13 जून को गिरफ्तारी वारंट जारी किया। पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ एक नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ करने के आरोप में कुछ दिन पहले एफआईआर दर्ज की गई थी। यह मामला दो फरवरी को बेंगलुरू का है। इस मामले में 81 साल के येदियुरप्पा ने कर्नाटक हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है, जिस पर शुक्रवार को सुनवाई होगी। इससे पहले बुधवार को सीआईडी...

  • शिवमोगा में येदियुरप्पा बेटे की मुश्किल

    कर्नाटक में भाजपा का राजनीति पिछले ढाई तीन दशक से बीएस येदियुरप्पा के ईर्द गिर्द ही घूम रही है। पिछले साल विधानसभा चुनाव में हारने के बाद लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने एक बार फिर पूरा भरोसा येदियुरप्पा पर ही किया है। लेकिन येदियुरप्पा की एकछत्र कमान बनवाने से पार्टी के अनेक नेता नाराज हैं। ऐसे ही एक नाराज नेता केएस ईश्वरप्पा ने शिवमोगा से येदियुरप्पा के बेटे बीवाई राघवेंद्र के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। पार्टी के शीर्ष नेताओं, नरेंद्र मोदी और अमित शाह के समझाने के बावजूद ईश्वरप्पा ने नाम वापस नहीं लिया। तभी नाम...

  • भाजपा में येदियुरप्पा जैसा क्षत्रप कोई नहीं

    भारतीय जनता पार्टी के लिए नई सदी के शुरुआती साल बहुत शानदार रहे थे। उसी समय केंद्र में भाजपा की सरकार थी। अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी की त्रिमूर्ति केंद्र में सरकार चला रही थी और राज्यों में बड़े क्षत्रप नेता तैयार हो रहे थे। तब गुजरात में नरेंद्र मोदी, राजस्थान में वसुंधरा राजे, मध्य प्रदेश में उमा भारती व शिवराज सिंह चौहान, छत्तीसगढ़ में रमन सिंह, कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा, महाराष्ट्र में प्रमोद महाजन और गोपीनाथ मुंडे आदि का जलवा बना था। इन क्षत्रपों में से एक रहे नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद...

  • येदियुरप्पा को काट रही है भाजपा!

    कर्नाटक में भाजपा चुनाव से पहले जितना मामला सुलझाने की कोशिश कर रही है, उतना ही उलझती जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य बीएस येदियुरप्पा अपनी जमीन छोड़ने को तैयार नहीं हैं। वे चुनावी राजनीति से रिटायर होने का ऐलान कर चुके हैं लेकिन राजनीति छोड़ कर राजी नहीं हैं। वे चाहते हैं कि उनके बेटे बीवाई विजयेंद्र के साथ साथ उनके समर्थकों का भविष्य भी सुरक्षित रहे। वे विधानसभा चुनाव में अपने ज्यादा से ज्यादा समर्थकों को टिकट दिलाना चाहते हैं। लेकिन कांग्रेस आलाकमान और प्रदेश के दूसरे नेता भी इसके लिए तैयार नहीं...