cabinet reshuffle
कैबिनेट फेरबदल की चर्चाओं के साथ ही भाजपा की सहयोगी पार्टियों की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली आए और पहले दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले उसी दिन उत्तर प्रदेश से भाजपा की सहयोगी अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल भी अमित शाह से मिलीं। वे पिछले दो साल से सरकार में शामिल होने की उम्मीद लगाए बैठी हैं। अगले साल के शुरू में उत्तर प्रदेश के चुनाव हैं और भाजपा गैर यादव पिछड़ी जातियों को साधने में लगी है इसलिए संभव है कि अब अनुप्रिया पटेल को केंद्र सरकार में जगह मिल जाए। उनके पति को प्रदेश में विधान परिषद का सदस्य बना दिया गया था चुनाव से पहले वे भी मंत्री पद मिलने की उम्मीद कर रहे हैं। अनुप्रिया पटेल के एक दिन बाद भाजपा के दूसरे सहयोगी दुष्यंत चौटाला ने भी अमित शाह से मुलाकात की। चौटाला के साथ मुश्किल यह है कि उनकी पार्टी का एक भी सांसद नहीं है और अभी कहीं से किसी को राज्यसभा मिलने की भी उम्मीद नहीं है। इसलिए उनकी उम्मीदें अलग हैं। बिहार की सहयोगी जनता दल यू के तीन नेता पिछले दो साल से उम्मीद लगाए बैठे हैं। सरकार की… Continue reading सहयोगी दलों के नेताओं की भी उम्मीदें
केंद्र सरकार में मंत्री बनने की आस लगाए नेताओं का इंतजार थोड़ा और लंबा हो गया है। नरेंद्र मोदी ने अपनी पहली सरकार में छह महीने में ही पहली फेरबदल कर दी थी। इस बार ऐसा लग रहा है कि सरकार की पहली सालगिरह से ठीक पहले वे सरकार में बदलाव करेंगे।
नरेंद्र मोदी सरकार में फेरबदल टलने का सबसे मुख्य कारण यह माना जा रहा है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का विभाग बदला जाएगा। चूंकि वे बजट तैयार कर रही थीं और उन्हें बजट पेश करके उसे पास कराने से पहले नहीं हटाया जा सकता था इसलिए मंत्रिमंडल में फेरबदल टली है।
भारतीय जनता पार्टी के कई नेता केंद्र सरकार में शामिल होने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। पार्टी के एक जानकार नेता के मुताबिक इस साल मार्च-अप्रैल में होने वाला राज्यसभा चुनाव इस लिहाज से बेहद अहम है। कुछ सांसदों का राज्यसभा कार्यकाल खत्म हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सरकार का विस्तार कब करेंगे? संसद के बजट सत्र से पहले विस्तार हो जाएगा या मार्च-अप्रैल तक टलेगा? भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों के नेता देश भर में नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर को लेकर चल रहे विवाद के बीच ज्यादा चिंतित इस बात को लेकर हैं कि सरकार में फेरबदल कब होगी।