जैसे मोदी स्थायी वैसे योगी भी!
इस सप्ताह की पतंगबाजी में जगदीप धनखड़ और योगी आदित्यनाथ का हल्ला लगभग बराबरी का था। कईयों की थीसिस थी कि धनखड़ के इस्तीफे के साथ परिवर्तनों, क्रिया-प्रतिक्रिया का सिलसिला शुरू होगा। लुटियन दिल्ली के इन दिनों के कथित जानकारों ने यहा तक कयास लगाया कि भारत के संवैधानिक इतिहास में उप राष्ट्रपति से इस तरह इस्तीफा लेना राजनाथ सिंह को उप राष्ट्रपति बनाने और उनकी जगह केंद्रीय मंत्रिमंडल में योगी आदित्यनाथ को लाने याकि मंत्रिमंडल, संगठन दोनों में परिवर्तनों का वह क्रम है, जैसे नेहरू ने कभी कामराज योजना में किया था। कांग्रेस में नई जान फूंकी थी। सब...