COP28 Summit

  • अच्छे इरादों का इजहार

    जीवाश्म ऊर्जा का इस्तेमाल क्रमिक रूप से रोकने की कोई समयबद्ध योजना तय नहीं की गई है। इस प्रक्रिया के लिए धन और तकनीक उपलब्ध कराने के इरादे जरूर जताए गए हैं, लेकिन इस दिशा में कौन कितनी जिम्मेदारी निभाएगा, यह तय नहीं हुआ है। संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित कॉप-28 में सभी देश जीवाश्म ऊर्जा का इस्तेमाल क्रमिक रूप से घटाने पर सहमत हुए। उनमें अक्षय ऊर्जा का उपयोग बढ़ाने पर सहमति बनी। मीडिया रिपोर्टों में इस समझौते को ऐतिहासिक बताया गया है। लेकिन खुद उन्हीं खबरों में यह बताया गया है कि जीवाश्म ऊर्जा का इस्तेमाल रोकने और...

  • कॉप समिट का क्या अर्थ?

    यह महत्त्वपूर्ण प्रश्न उठा है कि जब मेजबान देश ही जलवायु सम्मेलन का इस्तेमाल जलवायु परिवर्तन रोकने के मकसद के खिलाफ कर रहा हो, तो फिर ऐसे आयोजन की क्या प्रासंगकिता रह जाती है? जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की कॉप (कॉन्फरेंस ऑफ पार्टीज) प्रक्रिया की प्रासंगिकता पर अब वाजिब सवाल उठ रहे हैँ। फिलहाल इस प्रक्रिया के तहत 28वां सम्मेलन संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में हो रहा है। वैसे भी पिछले 27 सम्मेलनों में यह प्रक्रिया ज्यादा कुछ हासिल करने में नाकाम रही। लेकिन तब कम-से-कम इतना होता था कि जलवायु परिवर्तन के खतरों को...

  • जलवायु सम्मेलन में हिस्सा लेंगे पीएम मोदी

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुबई में हो रहे जलवायु सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इसके लिए वे गुरुवार की शाम को दो दिन के दौरे पर दुबई रवाना हुए। प्रधानमंत्री मोदी एक दिसंबर से दुबई में शुरू हो रहे सीओपी-28 के वर्ल्ड क्लाइमेट एक्शन सम्मेलन में शामिल होंगे। इसके अलावा वे कुछ नेताओें के साथ दोपक्षीय बैठक भी करेंगे। प्रधानमंत्री एक दिसंबर को वापस भारत लौट आएंगे। सीओपी-28 की बैठक 12 दिसंबर तक चलेगी। इसमें प्रधानमंत्री मोदी के अलावा ब्रिटेन के किंग चार्ल्स, प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस सहित दुनिया भर के 167 नेता जलवायु परिवर्तन...