सीपीआई ने सीपीएम को मजबूर किया
देश की राजनीति में वैसे तो सीपीआई की ज्यादा हैसियत नहीं बची है। बिहार में सीपीआई एमएल बड़ी ताकत है तो पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और केरल में सीपीएम के हाथ में लेफ्ट मोर्चे की कमान है। कम्युनिस्ट पार्टियों के पास अब सिर्फ केरल में सत्ता बची है, जहां 10 साल से सीपीएम के पी विजयन मुख्यमंत्री हैं। अगले साल केरल में चुनाव है और संभवतः इसकी मजबूरी में ही सीपीएम को सीपीआई की बात माननी पड़ी है। सीपीआई को भी इसकी वास्तविकता का अहसास था तभी पार्टी स्कूलों में सुधार की केंद्र सरकार की पीएम श्री योजना लागू करने के...