CPI

  • सीपीआई ने सीपीएम को मजबूर किया

    देश की राजनीति में वैसे तो सीपीआई की ज्यादा हैसियत नहीं बची है। बिहार में सीपीआई एमएल बड़ी ताकत है तो पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और केरल में सीपीएम के हाथ में लेफ्ट मोर्चे की कमान है। कम्युनिस्ट पार्टियों के पास अब सिर्फ केरल में सत्ता बची है, जहां 10 साल से  सीपीएम के पी विजयन मुख्यमंत्री हैं। अगले साल केरल में चुनाव है और संभवतः इसकी मजबूरी में ही सीपीएम को सीपीआई की बात माननी पड़ी है। सीपीआई को भी इसकी वास्तविकता का अहसास था तभी पार्टी स्कूलों में सुधार की केंद्र सरकार की पीएम श्री योजना लागू करने के...

  • डी राजा का तीसरी बार महासचिव बनना

    भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के बाद 75 साल की उम्र सीमा का एक और बंधन टूट गया है। भाजपा से बिल्कुल उलट राजनीतिक विचारधारा वाली देश की सबसे पुरानी कम्युनिस्ट पार्टी, सीपीआई ने डी राजा को लगातार तीसरी बार पार्टी का महासचिव चुना है। दिल्ली में हुई पार्टी कांग्रेस में उनको महासचिव चुना गया। इससे पहले मदुरै कांग्रेस में जब वे दूसरी बार महासचिव चुने गए थे तब कहा गया था कि अगली बार वे 75 साल के हो चुके होंगे और पार्टी उनको तीसरी बार महासचिव नहीं चुनेगी। लेकिन जब राजा को तीसरी बार महासचिव चुन...

  • माओवादियों व सीपीआई के बुरे दिन

    उग्र वामपंथी यानी माओवादियों संगठनों के बहुत बुरे दिन है। केंद्र सरकार ने ऐलान किया है कि अगले साल मार्च तक पूरे देश से नक्सलवाद का सफाया हो जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के बस्तर और दंतेवाड़ा में यह बात कई बार कही है। उनके इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सुरक्षा बल कार्रवाई भी कर रहे हैं। ‘ऑपरेशन कगार’ चल रहा है, जिसके तहत लगातार नक्सली मारे जा रहे हैं। तभी पिछले दिनों प्रतिबंधित संगठन सीपीआई माओवादी की ओर से शांति वार्ता का प्रस्ताव दिया गया। सीपीआई माओवादी के प्रवक्ता अभय की ओर से दो...