पांच साल और लड़ने को तैयार हैं हुड्डा
भूपेंद्र सिंह हुड्डा मैदान नहीं छोड़ने वाले हैं। कांग्रेस आलाकमान और उसके आसपास के कुछ नेताओं को ऐसा लग रहा था कि इस बार की हार का उनको सदमा लगा है और शायद खुद ही हुड्डा किनारे हो जाएं। यह भी माना जा रहा था कि इस बार की हार के बाद हुड्डा का राजनीतिक और नैतिक बल कम हुआ है तो उनको हाशिए में डाला जा सकता है। नतीजों के बाद कुछ दिनों तक ऐसे हालात दिख भी रहे थे। ऐसा लग रहा था कि हुड्डा अवसाद में चले गए हैं। लेकिन अब सारी चीजें बदल गई हैं। नतीजों...