दशहराः दस प्रकार के पापों को त्यागने का पर्व
व्यक्ति और समाज के रक्त में वीरता प्रकट हो इसलिए दशहरे का उत्सव रखा गया है। दशहरा का पर्व दस प्रकार के पापों- काम, क्रोध, लोभ, मोह मद, मत्सर, अहंकार, आलस्य, हिंसा और चोरी के परित्याग की सद्प्रेरणा प्रदान करता है। इस प्रकार दशहरा का पर्व दस इन्द्रियों पर विजय, असत्य पर सत्य की विजय, बहिर्मुखता पर अंतर्मुखता, अन्याय पर न्याय, दुराचार पर सदाचार, तमोगुण पर दैवीगुण, दुष्कर्मों पर सत्कर्मों, भोग पर योग, असुरत्व पर देवत्व और जीवत्व पर शिवत्व की विजय का पर्व है। भारतीय संस्कृति में चैत्र शुक्ल दशमी व कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा तिथियों की भांति ही आश्विन...