कांटा फंस गया है
विचार का मुद्दा यह है कि भारत को मुक्त व्यापार समझौतों में शामिल होना चाहिए या नहीं? इस सवाल पर वर्तमान सरकार की सोच में विसंगति है। आरसीईपी में शामिल होने से इनकार के बाद अलग-अलग देशों से ऐसे द्विपक्षीय करार की कोशिश विचित्र-सी लगती है। भारत-ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते की उम्मीद धूमिल हो गई है। ब्रिटिश अधिकारियों ने अब इस बारे में कड़ी भाषा का इस्तेमाल किया है। लंदन के एक अखबार से बातचीत में एक ब्रिटिश अधिकारी ने आरोप लगाया कि भारत सरकार सिर्फ कागजी समझौते कर लेना चाहती है, ताकि देश के अंदर वह अपनी...