सावरकर थे हिंदू राजनीति के प्रर्वतक पुरोधा
अपने हिन्दू राष्ट्रवादी विचारों के कारण बैरिस्टर की डिग्री खोने वाले वे पहले भारतीय थे, जिन्होंने पूर्ण स्वतन्त्रता की मांग की। सन 1857 के संग्राम को भारत का प्रथम स्वाधीनता संग्राम बताते हुए 1907 में लगभग एक हज़ार पृष्ठों का इतिहास लिखने वाले वे भारत के पहले और संसार के एकमात्र लेखक थे, जिनकी पुस्तक को प्रकाशित होने के पहले ही ब्रिटिश साम्राज्य की सरकारों ने प्रतिबन्धित कर दिया था। वे संसार के पहले ऐसे राजनीतिक कैदी थे, जिनका मामला हेग के अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में चला था। Veer Savarkar 26 फरवरी- सावरकर स्मृति दिवस स्वतंत्रता सेनानी और विचारक विनायक दामोदर...