India canada row

  • कनाडा के मंत्री का खुलासा

    नई दिल्ली। कनाडा की जस्टिन ट्रूडो सरकार के एक मंत्री ने बड़ा खुलासा किया है। संसदीय समिति के सामने कनाडा सरकार के मंत्री ने स्वीकार किया है कि सिख अलगाववादियों के खिलाफ कार्रवाई के मामले में अमित शाह का नाम उसने अमेरिकी अखबार को बताया था। यह पहली बार है, जब ट्रूडो सरकार के किसी मंत्री ने इस मामले में अमित शाह का नाम लिया। हालांकि मंत्री ने यह नहीं बताया कि भारत के गृह मंत्री के इस मामले में शामिल होने की जानकारी उसे कहां से और कैसे मिली थी। अंतरराष्ट्रीय मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, कनाडा के उप...

  • क्या यह शासन है?

    India Canada row: उफ! यह बदनामी! और वह भी नरेंद्र मोदी और अमित शाह की वैश्विक बदनामी! जबकि इनका अपना शासन है और नरेंद्र मोदी दुनिया के कथित विश्वगुरू हैं। ओबामा, डोनाल्ड ट्रंप और बाइडेन व पश्चिम के सभी प्रधानमंत्री उनके यार हैं। लेकिन आज वह होता हुआ है जो भारत के कूटनीतिक इतिहास, लोकतांत्रिक मित्र देशों के आपसी रिश्तों में पहले कभी नहीं हुआ। अमेरिका-कनाडा का भारत पर विदेश में ‘एक्स्ट्रा ज्यूडिशियल किलिंग’ का आरोप है! न्यूयॉर्क की अदालत में चार्जशीट दायर हुई है। also read: सुप्रीम कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अब्बास अंसारी को जमानत दी अमेरिका की...

  • भारत का कनाडा पर बड़ा आरोप

    नई दिल्ली। खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा में चल रहे विवाद के बीच भारत ने बड़ा आरोप लगाया है। भारत ने कहा है कि कनाडा सिर्फ आरोप लगा रहा है वह सबूत नहीं दे रहा है और न लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गों का प्रत्यर्पण कर रहा है। भारत ने कहा है कि सरकार की ओर से लॉरेंस गैंग के सदस्यों को भारत को सौंपने के लिए कई बार अनुरोध किया गया है। भारत के मुताबिक 26 अनुरोध कनाडा के पास पेंडिंग हैं, जिन पर उसने फैसला नहीं किया है। इससे पहले कनाडा...

  • विपक्ष की सुने सरकार

    निज्जर मामले में भारत-कनाडा के बिगड़ते संबंधों पर चर्चा के लिए संसद के दोनों सदनों में विपक्षी दलों के नेताओं एवं अन्य सभी राजनीतिक दलों की साझा बैठक बुलाने की विपक्ष की मांग पर केंद्र को तुरंत ध्यान देना चाहिए। हकीकत है कि खालिस्तानी उग्रवादी हरदीप सिंह निज्जर के मामले में भारत के सामने मुश्किल स्थिति खड़ी हो गई है। अमेरिका ने दो टूक कहा है कि इस विवाद में वह कनाडा के साथ है। उसने भारत से कनाडा के आरोपों को गंभीरता से लेने को कहा है। ब्रिटेन ने भी ऐसा ही रुख अपनाते हुए भारत से कनाडा की...

  • कहीं गरम, नहीं नरम!

    India Canada row: अमेरिका और कनाडा फाइव आईज समझौते का हिस्सा हैं, जो आपस में साक्ष्य साझा करते हैं। इसलिए भारत सरकार का पन्नू और निज्जर मामलों में अलग-अलग रणनीति अपनाना संभवतः दीर्घकाल में कारगर ना हो। also read: हरियाणा के नए मुख्यमंत्री होंगे नायब सिंह सैनी राजनयिकों को ‘पर्सन्स ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित निज्जर हत्याकांड में कनाडा के हाथ ओटवा स्थित भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और कई अन्य राजनयिकों तक पहुंचते दिखे। उसने इन राजनयिकों को ‘पर्सन्स ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित कर दिया। कनाडाई कानून में ‘पर्सन ऑफ इंटरेस्ट’ उस व्यक्ति को कहा जाता है, जिसके पर किसी अपराध में शामिल...

  • भारतीय छात्रों को मुश्किल

    कनाडा ने पिछले साल भारतीयों को कम स्टडी वीजा जारी किए। 2022 के मुकाबले पिछले साल की चौथी तिमाही में 86 फीसदी कम छात्र वीजा जारी हुए। 2022 में 1,08,940 वीजा जारी हुए थे, वहीं 2023 की इस अवधि में मात्र 14,910 वीजा जारी हुए। पिछले साल जब कनाडा सरकार को करारा जवाब देने के लिए भारत ने उसके राजनयिकों को देश से निकाला, तभी यह अंदेशा पैदा हो गया था कि इसकी कीमत कनाडा में पढ़ाई करने को इच्छुक भारतीय छात्रों को चुकानी पड़ सकती है। अब इस अंदेशे की पुष्टि हो गई है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक विवाद...

  • कनाडा ने भारत में कम किए राजनयिक

    नई दिल्ली। भारत की ओर से राजनयिकों की संख्या कम करने के लिए कहे जाने के बाद कनाडा ने भारतीय उच्चायोग में तैनात अपने कुछ राजनयिकों को हटा दिया है। बताया जा रहा है कि भारत में स्थित कनाडा के उच्चायोग से राजनयिकों को हटा कर सिंगापुर या कुआलालम्पुर भेजा गया है। गौरतलब है कि कनाडा ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर हुए विवाद के बाद भारत ने जिनेवा कन्वेंशन का हवाला देते हुए कनाडा से कहा था कि वह अपने कुछ राजनयिकों को हटाए ताकि दोनों देशों के उच्चायोगों में तैनात राजनयिकों की संख्या में...

  • कनाडा अपने राजनयिक कम करेगा

    नई दिल्ली। भारत को उम्मीद है कि उसके कहने के बाद कनाडा भारत में तैनात अपने राजनयिकों की संख्या में कटौती करेगा। गौरतलब है कि भारत ने कहा है कि कनाडा के राजनयिक बहुत अधिक तादाद में हैं और जिनेवा कन्वेंशन के हिसाब से उनको संख्या घटानी चाहिए। भारत ने कहा है- हम उम्मीद करते हैं कि उनकी संख्या घटाई जाएगी। भारत में कनाडा के 62 राजनयिक तैनात हैं, जिनमें से 41 राजनयिकों को जाने के लिए कहा गया है। इस बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को कहा- हमने समानता की बात की थी। इसे...

  • तनाव बढ़ाने की रणनीति?

    मुद्दा यह है कि अगर भारत पर यह गंभीर आरोप पांच देशों- अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड- के साझा सिस्टम के तहत लगा है, तो क्या बिना उन सभी से दो टूक बात किए भारत इस लांछन से मुक्त हो पाएगा? नरेंद्र मोदी सरकार भारत वासियों को यह संदेश देना चाहती है कि कनाडा ने भारत पर गंभीर आरोप लगाए, तो उसे इसकी कीमत चुकानी होगी। इस सिलसिले में अब भारत सरकार ने कनाडा के 41 राजनयिकों को 10 अक्टूबर तक देश छोड़ने के लिए कहा है। साथ ही चेतावनी दी है कि ये राजनयिक उस समयसीमा के बाद...

  • ऐसी देशभक्ति से बचें

    कनाडाई मीडिया के मुताबिक इंडियन साइबर फोर्स नाम के गुट ने साइबर हमले किए। अगर सचमुच ऐसा कोई समूह है और वह सचमुच भारतीयों ने बनाया हुआ है, तो उसे यह समझना चाहिए कि ऐसी गतिविधियां भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि को स्थायी नुकसान पहुंचा देंगी। कनाडा ने भारत पर गंभीर आरोप लगाया। भारत सरकार ने उसका उतना ही करारा जवाब दिया। हमें उम्मीद करनी चाहिए कि भारत सरकार बारीक कूटनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए इस विवाद को शांत करने में सफल रहेगी। आखिर कोई देश बाकी पूरी दुनिया को ठेंगा दिखाते हुए आगे नहीं...

  • गड़बड़ा गया भारत और अमेरिका का दांव

    लगता है कि पश्चिमी देश इस निष्कर्ष पर पहुंच गए हैं कि भारत को मिल रही  रियायतें खत्म करने का समय आ चुका है। यह बात अब खबरों में आ चुकी है कि जब Five Eyes के सदस्य देशों के नेता जी-20 सम्मेलन के लिए नई दिल्ली आए, तब उनके पास भारतीय एजेंसियों की कथित गतिविधियों की जानकारी थी। उन्होंने यहां इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की। संभवतः मोदी ने ट्रुडो को झटक दिया, जबकि जो बाइडेन सहित बाकी नेताओं की बात को ज्यादा तव्वजो नहीं दी।.. अभी कहना कठिन है कि कहानी किस दिशा में जाएगी।...

  • अमेरिका, कनाडा का है दोहरा मापदंड

    वास्तव में, अमेरिका के साथ अन्य पश्चिमी देशों द्वारा कनाडाई प्रधानमंत्री ट्रूडो के अनर्गल आक्षेपों पर 'चिंता' प्रकट करना, इन देशों के भीतर सक्रिय अनाधिकृत राजनीतिक नेतृत्व, निजी संस्थाओं और गैर-सरकारी संगठनों के गठजोड़ की बौखलाहट है। वे अपने-अपने देशों की नीतियों को प्रभावित करने में सक्षम है। इसी समूह का एक बड़ा वर्ग, भारत से उसकी हिंदू पहचान, देश की विकास यात्रा और वैश्विक पटल पर उसके बढ़ते कद से गंभीर रूप से चिढ़ा हुआ है। भारत-कनाडा संबंध इस समय बहुत तनाव में है। इसका कारण कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा खालिस्तानी चरमपंथी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में...

  • कनाडा के साथ है अमेरिका

    वाशिंगटन। कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जांच के मामले में अमेरिका ने कनाडा का समर्थन किया है। इससे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिस ट्रूडो ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारतीय एजेंटों का हाथ होने का शक जताया था। इससे दोनों देशों के बीच कूटनीतिक टकराव शुरू हो गया है। अब अमेरिका ने कनाडा की जांच का समर्थन करते हुए कहा है कि जो भी दोषी है उसे सजा मिले। इससे पहले अमेरिका ने कनाडा के आरोपों पर चिंता जताई थी। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने गुरुवार को कहा-...

  • चीन ने पश्चिम को उकसा रहा!

    जिस तरह से कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर भारत में राजनीति हो रही है तो उसमें एक बड़ा तबका ऐसा है, जो इसे एक राजनीतिक अवसर के रूप में देख रहा है उसी तरह भारत के दो पड़ोसी चीन और पाकिस्तान भी इसमें अवसर देख रहे हैं। भारत में इसे चुनावी मुद्दे की तरह देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि अगले साल के लोकसभा चुनाव में इसका फायदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिलेगा तो दूसरी ओर चीन और पाकिस्तान इसे कूटनीतिक मुद्दे के तौर पर देख रहे हैं और इस बहाने भारत...

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