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  • कर्नाटक में क्या खेल हो रहा है?

    कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी को इतना बड़ा बहुमत मिला है, जितना पिछले कई चुनावों में किसी एक पार्टी को नहीं मिला। कई चुनावों से तो गठबंधन की ही सरकार बन रही थी लेकिन मई 2023 में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत से ज्यादा सीटें मिलीं और भाजपा काफी पीछे छूट गई। हालांकि बाद में भाजपा और जेडीएस में तालमेल हुआ तो दोनों को मिला कर 84 सीटें हैं और कांग्रेस को अकेले 138 सीट है। 224 सदस्यों की विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 113 का है। यानी कांग्रेस 25 सीट आगे है और भाजपा गठबंधन 29 सीट पीछे है। फिर भी...

  • रेवन्ना को न्यायिक हिरासत में भेजा गया

    बेंगलुरु। जनता दल (सेक्युलर) के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को यहां की एक विशेष अदालत ने मंगलवार को 24 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। प्रज्वल बलात्कार और यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे हैं। इसके पहले, अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अदालत ने 12 जून को उन्हें 18 जून तक विशेष जांच दल (एसआईटी) की हिरासत में भेजा था, जो उनके खिलाफ मामलों की जांच कर रही है। प्रज्वल (33) हाल ही में लोकसभा चुनाव में हार के कारण हासन सीट बरकरार रखने में विफल रहे । उन्हें 31 मई को जर्मनी से बेंगलुरु हवाई अड्डे पर...

  • जेडीएस से भाजपा का तालमेल जारी!

    यह कमाल की बात है कि भारतीय जनता पार्टी जेडीएस के सांसद और हासन सीट से एनडीए के उम्मीदवार प्रज्ज्वल रेवन्ना के ऊपर लगे आरोपों की आलोचना कर रहे हैं, कई तरह की बातें कर रहे हैं लेकिन तालमेल खत्म नहीं कर रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि उनकी पार्टी महिलाओं पर अत्याचार करने वालों का साथ नहीं देती है। इसी तरह कर्नाटक के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कहा कि अगर प्रज्ज्वल रेवन्ना के बारे में पहले से पता होता तो उनको गठबंधन की ओर से उम्मीदवार नहीं बनाया गया होता। अब उनकी...

  • सुमनलता अंबरीश क्या फिर निर्दलीय लड़ेंगी

    यह लाख टके का सवाल है कि कर्नाटक में इतने जतन से सजाया गया भाजपा का खेल कितना चल पाएगा? भाजपा ने एचडी देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस के साथ तालमेल किया और निर्दलीय सांसद सुमनलता अंबरीश को भी पार्टी में शामिल कर लिया। लेकिन मुश्किल यह थी कि देवगौड़ा परिवार हर हाल में मांड्या सीट पर चुनाव लड़ने के लिए अड़ा हुआ था। वह परिवार का पुराना गढ़ रहा है। जेडीएस हासन और मांड्या सीट नहीं छोड़ सकती थी। मजबूरी में भाजपा को मांड्या सीट देवगौड़ा की पार्टी के लिए छोड़नी पड़ी। गौरतलब है कि सुमनलता अंबरीश इसी सीट से...

  • चंडीगढ़ के बाद कर्नाटक में दूसरी जीत

    विपक्षी पार्टियों के गठबंधन ‘इंडिया’ (INDIA)  चंडीगढ़ के मेयर के चुनाव (Chandigarh Mayor Election) में पहली जीत मिली। हालांकि वह जीत बड़ी मशक्कत के बाद और सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद मिली। लेकिन यह मामूली बात नहीं है कि कांग्रेस (Congress) और आम आदमी पार्टी (AAP) ने सात साल के बाद चंडीगढ़ के मेयर का पद भाजपा से छीन लिया। यह जीत इसलिए अहम है क्योंकि विपक्ष से इसे छीनने के लिए भाजपा ने सारे हथकंडे अपनाए थे। स्पष्ट धांधली करके जीतने के बाद भाजपा नेताओं ने विपक्षी गठबंधन पर हमला किया था और कहा था कि गठबंधन एक...

  • जेडीएस को चार या पांच सीट

    कर्नाटक में भाजपा और जनता दल एस के बीच तालमेल हो गया है लेकिन सीटों का बंटवारा अभी बाकी है। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने जेडीएस की ओर से सीटों की बात करने का जिम्मा पूरी तरह से अपने बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी पर छोड़ा है। बताया जा रहा है कि एक या दो दिन में भाजपा के साथ सीट बंटवारे को लेकर चर्चा होगी। पहले खबर आई थी कि भाजपा की ओर से जेडीएस के लिए तीन या चार सीटें छोड़ी जाएंगी लेकिन जेडीएस पांच सीट से कम सीट पर सहमत नहीं है। वह अपने असर वाले...

  • क्या जेडीएस के विधायक अब सुरक्षित हैं?

    पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस ने भाजपा से तालमेल कर लिया है। इस तालमेल से पहले देवगौड़ा ने कहा था कि वे पार्टी का अस्तित्व बचाने के लिए भाजपा से तालमेल कर रहे हैं। तभी सवाल है कि क्या तालमेल के बाद अब जेडीएस का अस्तित्व सुरक्षित हो गया? असल में अभी ऐसा लग रहा है कि जेडीएस ने तालमेल इसलिए किया है ताकि अगले साल लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ लड़ कर दो-तीन सीटें पर जीत मिल जाए तो देवगौड़ा परिवार के सदस्यों की राजनीति चलती रहे। लेकिन यह सिर्फ लोकसभा चुनाव में कुछ सीटें जीतने...

  • अस्तित्व की चिंता में अकेले देवगौड़ा की नहीं

    देश के सबसे ताकतवर क्षत्रपों में से एक रहे देश के पूर्व प्रधानमत्री और जेडीएस के संस्थापक एचडी देवगौड़ा ने अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के साथ तालमेल का ऐलान करते हुए बड़ी मार्मिक बात कही। उन्होंने कहा- मैंने यह फैसला अपनी पार्टी का अस्तित्व बचाने के लिए किया है। हालांकि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि भाजपा के साथ गठबंधन करने से उनकी पार्टी का अस्तित्व बच जाएगा। लेकिन ऐसे समय में, जब उनकी पार्टी अपने इतिहास का सबसे खराब प्रदर्शन करने के बाद बिखरने और समाप्त होने की कगार पर खड़ी है तो घनघोर...

  • देवगौड़ा ने किया गठबंधन का ऐलान

    बेंगलुरू। भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के जेडीएस से गठबंधन का ऐलान करने और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी द्वारा इसका खंडन करने के बाद इस मसले पर चल रही अटकलबाजी अब थम गई है। अब जेडीएस के संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने खुद ऐलान किया है कि उनकी पार्टी अगला चुनाव भाजपा के साथ मिल कर लड़ेगी। हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सीटों का फैसला अभी नहीं हुआ है। देवगौड़ा ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करके सीटों का फैसला करेंगे। जेडीएस के संस्थापर और पूर्व प्रधानमंत्री...

  • कर्नाटक में भाजपा को नचाएगी जेडीएस

    ऐसा लग रहा है कि कर्नाटक भाजपा के दिग्गज नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने समय से पहले बयान दे दिया। उन्होंने ऐलान कर दिया कि अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा और जेडीएस मिल कर लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जेडीएस को चार सीट देने पर राजी हुए हैं। येदियुरप्पा का आकलन है कि दोनों पार्टियां साथ लड़ेंगी तो फिर से 25-26 सीट जीत जाएंगी। लेकिन इसके तुरंत बाद जेडीएस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने उनकी बात का खंडन कर दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा और जेडीएस के बीच बातचीत...

  • भाजपा क्या देगी जेडीएस को?

    भाजपा अपनी जरूरत के लिए किस हद तक जाकर समझौता कर सकती है इसकी एक मिसाल कर्नाटक में देखने को मिल सकती है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है लेकिन कहा जा रहा है कि एचडी देवगौड़ा की पार्टी के साथ तालमेल करने के लिए भाजपा उसको नेता प्रतिपक्ष का पद दे सकती है। हालांकि जेडीएस के सिर्फ 19 विधायक जीते हैं और नियम के मुताबिक नेता विपक्ष पद के लिए 10 फीसदी यानी 23 सीटों पर जीतना जरूरी होता है। फिर भी भाजपा के अंदर से ही इस बात की चर्चा शुरू हुई है कि जेडीएस को नेता...

  • कर्नाटक में जेडीएस से तालमेल का विरोध

    कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी और एचडी देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस के बीच तालमेल की बात सैद्धांतिक रूप से पक्की हो गई है लेकिन इसके साथ ही विरोध शुरू हो गया है। पार्टी के जानकार सूत्रों के मुताबिक सीटों के बंटवारे पर बात होनी है। कर्नाटक में भाजपा के सबसे बड़े नेता बीएस येदियुरप्पा ने भी अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने कहा है कि अगला चुनाव भाजपा और जेडीएस मिल कर लड़ेंगे। उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि कौन सा चुनाव लेकिन जाहिर तौर पर वे लोकसभा चुनाव की बात कर रहे थे। अगले साल होने वाले लोकसभा...

  • भाजपा क्या जेडीएस से तालमेल करेगी?

    यह लाख टके का सवाल है कि क्या कर्नाटक में एचडी देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस का भाजपा से तालमेल होगा? ध्यान रहे पहले भी दोनों पार्टियां एक साथ रह चुकी हैं। दोनों ने एक साथ  सरकार भी बनाया था। बाद में जेडीएस ने कांग्रेस के साथ भी सरकार बनाई। पिछले कुछ दिनों से भाजपा ने जेडीएस पर बड़े हमले किए है। अभी हुए विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित पार्टी के तमाम बड़े प्रचारकों ने जेडीएस पर परिवारवाद और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। लेकिन राजनीति में चुनाव के समय लगाए गए आरोपों का कोई मतलब नहीं होता है। तभी...

  • देवगौड़ा की पार्टी का क्या होगा?

    कर्नाटक में जिस पार्टी को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है वह एचडी देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस है। उसके वोट में पांच फीसदी की कमी आई है और सीटें लगभग आधी रह गईं। पिछली बार पार्टी ने 37 सीट जीती थी और इस बार उसे सिर्फ 19 सीटें मिली हैं। तभी सवाल है कि अब जेडीएस का क्या होगा? क्या कर्नाटक की एकमात्र मजबूत क्षेत्रीय पार्टी खत्म हो जाएगी और राज्य में दो पार्टी का सिस्टम बहाल हो जाएगा? ध्यान रहे पूरे दक्षिण भारत में कर्नाटक इकलौता राज्य है, जहां, भाजपा और कांग्रेस यानी दोनों राष्ट्रीय पार्टियां मजबूत हैं। इसके अलावा...

  • कांग्रेस-जेडीएस में अंदरखाने तालमेल होगा!

    कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस एक बार फिर साथ आ सकते हैं। जानकार सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों के बीच कुछ सीटों पर एडजस्टमेंट हो सकती है। दोनों के बीच औपचारिक तालमेल नहीं होगा क्योंकि उसका नुकसान होता है। ध्यान रहे 2019 का लोकसभा चुनाव दोनों पार्टियों ने एक साथ चुनाव लड़ा था। कांग्रेस 21 और जेडीएस सात सीटों पर लड़ी थी लेकिन दोनों एक एक सीट जीत पाए। दोनों के साथ आने से भाजपा को वोटों का ध्रुवीकरण कराने में आसानी हो गई। इसके अलावा कांग्रेस और जेडीएस के कोर वोट के बीच भी तालमेल नहीं बन पाया। असल...

  • डीकेएस बनाम देवगौड़ा

    कर्नाटक में अगले कुछ दिन में विधानसभा चुनाव की घोषणा होने वाली है। उससे पहले कांग्रेस नेताओं का एक समूह एचडी देवगौड़ा परिवार की पार्टी जेडीएस के साथ तालमेल की कोशिश में लगी है। लेकिन कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार कांग्रेस को जेडीएस से दूर ले जाने की कोशिश कर रहे हैं। जेडीएस में भी कुछ ऐसी ही सोच है। उधर भी देवगौड़ा परिवार अपना विकल्प खोल कर रखना चाह रहा है। उसके लग रहा है कि इस बार कांग्रेस की स्थिति बेहतर हुई तो फिर त्रिशंकु विधानससभा बनेगी, जिसमें वह कांग्रेस और भाजपा दोनों से मोलभाव कर सकती...

  • जेडीएस की राजनीति दिलचस्प होगी

    कर्नाटक में तीन महीने बाद विधानसभा चुनाव है। अभी तक की स्थिति में तीनों पार्टियां- भाजपा, कांग्रेस और जेडीएस अलग अलग चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। भाजपा ने साफ कर दिया है कि वह किसी से तालमेल नहीं करेगी। लेकिन कांग्रेस और जेडीएस ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है। इन दोनों पार्टियों के बीच नरम गरम संबंध चलता रहता है। जेडीएस को लगता है कि उसे अकेले लड़ने का फायदा है क्योंकि अकेले लड़ कर वह 30 से 40 सीट हासिल कर लेती है और चुनाव के बाद त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में किसी पार्टी के साथ तालमेल...

  • कांग्रेस, जेडीएस पर शाह का हमला

    बेंगलुरू। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मांड्या के इलाके में वोक्कालिगा वोटबैंक को लुभाने के राजनीतिक अभियान पर पहुंचे भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कांग्रेस और जेडीएस पर जम कर हमला किया। उन्होंने दोनों पार्टियों को वंशवादी और भ्रष्टाचारी बताया और साथ ही यह भी कहा कि ये दोनों पार्टियां कर्नाटक के विकास में बाधा हैं। अमित शाह ने जेडीएस के मजबूत असर वाले इलाके मांड्या में एक जनसभा को संबोधित किया। अमित शाह ने कांग्रेस और जेडीएस दोनों को परिवारवादी और भ्रष्टाचारी बताते हुए मांड्या और इस क्षेत्र के लोगों से...

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