Journalism

  • समांतर सोच का कंकर आप के तालाब में

    journalism news: आप सोच रहे होंगे कि आज मैं यह सफाईनुमा प्राक्कथन क्यों लिख रहा हूं? मैं यह इसलिए कह-बता रहा हूं कि पत्रकारीय जगत में धारदार ध्रुवीकरण के इस चरम दौर में अलग-अलग वैचारिक प्रतिबद्धताओं का लालन-पालन कर रहे पत्रकारों को तरह-तरह के अधम ख़िताबों से नवाज़ा जाने लगा है। ज़ाहिर है कि कई लांछन मेरे माथे भी मढ़े जाते हैं। सो, मेरे मन को कुछ सवाल मथ रहे हैं और मैं आप से उन का जवाब चाहता हूं।...मेरा मक़सद किसी से भी अपनी या किसी की तुलना करना नहीं है। मैं महज़ एक समांतर सोच का कंकर आप...

  • पत्रकारिता भारत में सबसे जोखिम का काम

    देश में पत्रकार और पत्रकारिता इस समय अपने सबसे कमजोर समय में है। विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में भारत लगातार गिरता जा रहा है। 180 देशों में हम 159 वें स्थान पर आ गए हैं। मतलब दुनिया में केवल 21 देश ही हमसे खराब स्थिति में हैं।.. मुकेश की हत्या केवल पत्रकारिता के इतिहास में ही नहीं किसी भी हत्या के मामले में सबसे नृशंस और वीभत्स है। आपको पता है कि उसके लीवर तक के चार टुकड़े कर दिए गए थे। छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके के पत्रकार मुकेश केजरीवाल की हत्या जितने नृशंस तरीके से की गई है वह...