Lord Vishnu

  • Kalki Jayanti 2024: आ गया कलयुग, जल्द होने वाला है भगवान विष्णु के दसवें अवतार कल्कि का जन्म

    Kalki Jayanti 2024: महादेव का प्रिय सावन का महीना चल रहा है. इस महीने पूजा-पाठ और अराधना के लिए जाना जाता है. वैसे तो इस महीने का हर दिन त्योंहार के रूप में जाना जाता है. लेकिव इस महीने में कुछ विशेष पर्व भी आते है जैसे-तीज, नाग पंचमी, विनायक चतुर्थी, और कल्कि जयंती.(Kalki Jayanti 2024) सावन के इन खास पर्वों में से एक आता है कल्की जयंती का पर्व. हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि के दिन कल्की जयंती का उत्सव मनाया जाता है. कल्की जयंती भगवान विष्णु के 10वें अवतार को समर्पित है. मान्यता...

  • कामिका एकादशी का पर्व आज,लक्ष्मी-नारायण को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय

    Kamika Ekadashi: आज बुधवार, 31 जुलाई सावन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी है. आज श्रावण महीने की पहली एकादशी है. सावन महीने की पहली एकादशी अत्यंत महत्वपूर्ण होती है. श्रावण मास में के कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामिका एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. कामिका एकादशी को भगवान विष्णु के साथ ही माता तुलसी की भी विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है. कामिका एकादशी के व्रत से भगवान विष्णु सभी मनोकामना पूर्ण करते हैं. (Kamika Ekadashi) मान्यताओं के अनुसार इस व्रत को रखने से जीवन में किए गए समस्त पाप कर्मों से मुक्ति मिलती है....

  • विष्णु पूजा का शुभ संयोग कामिका एकादशी 31 जुलाई को,व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूरी करेंगे श्रीहरि

    Sawan Ekasdashi 2024: शिवजी के सावन का पवित्र महीना चल रहा है. इस महीने में महादेव को प्रसन्न करने के लिए पूरे महीने में उनकी अराधनी की जाती है. सावन के पवित्र महीने में शिव और मां पार्वती दोनों की ही पूजा की जाती है. सावन के महीने में एकादशी का विशेष महत्व होता है. सावन महीने की पहली एकादशी 31 जुलाई को पड़ रही है. 31 जुलाई को श्रावण महीने की एकादशी और द्वादशी, दोनों तिथियां हैं. इसके साथ ही बुधवार का संयोग भी है. (Sawan Ekasdashi 2024) माना जाता है कि ऐसा शुभ संयोग सालों में बनता है....

  • सावन माह की पहली एकादशी का शुभ संयोग कब, श्रीहरि ऐसे बरसाएंगे कृपा

    Kamika Ekadashi 2024: हिन्दू धर्म में हर व्रत और त्योहार बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है. भगवान शिव का प्रिय सावन का महीना चल रहा है. सावन के महीने की एकादशी का विशेष महत्व होता है. (Kamika Ekadashi) सावन माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि के अगले दिन कामिका एकादशी का पर्व बड़े ही उत्साह से मनाया जाता है. एकादशी का पर्व भगवान श्रीहरि को समर्पित होता है. इस दिन भगवान विष्णु एवं धन की देवी मां लक्ष्मी की विशेष आराधना की जाती है. कामिका एकादशी व्रत की महिमा शास्त्रों में भी निहित है. एकादशी व्रत के...

  • कल्की अवतार के साथ प्रथम पूज्य भगवान गणेश लेंगे यह अवतार, करेंगे पापियों का नाश!

    Kalyuga Ganesh Avatar : धर्म ग्रंथों के अनुसार जब भी धरती पर पाप का साया बढ़ा है तो भगवान विष्णु ने अवतार लेकर पुन: धर्म की स्थापना की है. संसार में अधर्म ने पैर पसारना शुरू किया तब भगवान विष्णु ने एक नया अवतार लिया है. भगवान विष्णु का अंतिम अवतार ‘कल्कि अवतार’होना अभी शेष है. उसी प्रकार जब धरती पर पाप और अत्याचार अपनी चरम सीमा पर होगा तो भगवान श्रीहरि अवतार लेंगे. अवतार लेकर धरती को पाप और अत्याचार के बोझ से मुक्त करवाएंगे. भगवान विष्णु के साथ सभी देवों ने कोई अवतार अवश्य लिया है. कलयुग में...

  • देवशयनी एकादशी कल,हरिद्वार में गंगा स्नान करने से मिलेगा लक्ष्मी-नारायण का आशीर्वाद

    devshayani ekadashi: आषाढ़ मास की देवशयनी एकादशी बुधवार, 17 जुलाई को है. देवशयनी एकादशी को हरिशयनी एकादशी भी कहा जाता है. इस दिन भगवान श्रीहरि 4 माह के लिए क्षीरसागर में विश्राम के लिए चले जाते है. आषाढ़ मास की देवशयनी एकादशी से चतुर्मास भी शुरू हो जाता है. चतुर्मास में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है. इन दिनों दान-पुण्य का अधिक महत्व रहता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार किसी भी शुभ कार्य पर यदि तीर्थ स्थान पर पूजा पाठ, व्रत आदि किया जाए, तो उसका फल और अधिक बढ़ जाता है. ऐसे ही देवशयनी एकादशी पर तीर्थनगरी...

  • बुधवार और देवशयनी एकादशी का शुभ संयोग 17 जुलाई को, इस एकादशी पर करें ये शुभ काम

    Devshayani Ekadashi: हिंदु धर्म में हर व्रत और त्योंहार का विशेष महत्व होता है. ऐसे ही एकादशी का व्रत का भी विशेष महत्व होता है और यह भगवान श्रीहरि को समर्पित होता है. आषाढ़ माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी बुधवार, 17 जुलाई को मनाई जाएगी. इस एकादशी को देवशयनी या हरिशयनी एकादशी भी कहा जाता है. देवशयनी एकादशी को भगवान विष्णु विश्राम करने के लिए क्षीरसाग में चले जाएंगे. विष्णुजी के साथ सभी देव भी विश्राम के लिए प्रस्थान कर जाएंगे. ऐसे में अब चार माह के लिए भगवान शंकर सृष्टि का संचालन संभालते हैं. देवशयनी एकादशी से चातुर्मास...

  • श्रीहरि के योग निद्रा में जाने का समय…देवशयनी एकादशी पर क्या करें, क्या नहीं

    Devshayani Ekadashi 2024: हिंदु धर्म में हर व्रत और हर त्योहार को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि आने वाली है. हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का बहुत अधिक महत्व माना जाता है. हर महीने में दो बार एकादशी तिथि आती हैं, एक शुक्ल पक्ष में और दूसरी कृष्ण पक्ष में. आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकादशी के नाम से जाना जाता है. इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है और व्रत रखा जाता है. देवशयनी एकादशी का व्रत भगवान विष्णु के...

  • पाप का नाश करने वाली है पापमोचनी एकादशी

    पौराणिक ग्रन्थों के अनुसार चैत्र कृष्ण पक्ष की एकादशी को पापमोचनी एकादशी कहा जाता है। मनुष्य के समस्त पापों के नाश और सुख- समृद्धि की प्राप्ति हेतु पापमोचनी एकादशी व्रत किये जाने की प्राचीन परिपाटी भारत में प्रचलित है। पापमोचनी एकादशी का अर्थ है पाप को नष्ट करने वाली एकादशी। इस दिन निंदित कर्म तथा मिथ्या भाषण सर्वथा वर्जित हैं। लोक मान्यतानुसार चैत्र कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि का व्रत समस्त पापनाशक और जीवन में सुख-समृद्धि प्रदायक है। 17 मार्च 2023 को पापमोचिनी एकादशी संसार के सभी मनुष्य पापकर्म के फल से डरते हैं। लेकिन इन्द्रिय के वशीभूत होकर कभी...

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