National Handloom Day

  • राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर कंगना रनौत की अपील

    नई दिल्ली। हर साल 7 अगस्त को 'राष्ट्रीय हथकरघा दिवस' मनाया जाता है, जो भारत की समृद्ध बुनकर परंपरा, सांस्कृतिक विरासत और हस्तनिर्मित कपड़ों की अनोखी कला को सम्मान देने का एक अवसर होता है। यह दिन न केवल भारतीय हथकरघा उद्योग की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक अहमियत को रेखांकित करता है, बल्कि उन कारीगरों और बुनकरों के योगदान को भी याद करता है जो सदियों से हमारी पारंपरिक विरासत को संजोए हुए हैं। इस अवसर पर बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने एक अपील की, जिसमें उन्होंने हथकरघा की महत्ता, सांस्कृतिक मूल्यों और स्वदेशी पहनावे की ओर लौटने की जरूरत पर...

  • हथकरघा कला- संस्कृति का अहम हिस्सा

    आज यह क्षेत्र गंभीर चुनौतियों से जूझ रहा है। सस्ते आयात, पावरलूम की नकली डिज़ाइन, प्राकृतिक रेशे की बढ़ती कीमत और सरकारी संरक्षण में कमी ने बुनकरों की स्थिति कमजोर कर दी है। कई लोग यह पेशा छोड़कर अन्य कामों में लग गए हैं। जो बचे हैं, वे भी उचित मूल्य और बाजार न मिलने से संघर्ष कर रहे हैं। 7 अगस्त -राष्ट्रीय हस्तकरघा दिवस भारत में हथकरघा की परंपरा उतनी ही पुरानी है जितनी हमारी सभ्यता की स्मृतियां। सूत, रेशम, ऊन या जूट — किसी भी रेशे से कपड़ा बुनने का हुनर यहां के कारीगरों ने पीढ़ी-दर-पीढ़ी सँभाला है।...