चुनाव में भुलाया जा रहा कोरोना का समय
क्या जनता बिल्कुल ही सोई हुई है? उसे अपना हित -अनहित कुछ नहीं मालूम? क्या उससे कहोगे कि कोरोना में मरना सीधे मोक्ष प्राप्त करना है और वह मान जाएगी? उससे कहोगे कि 2047 में आज से 23 साल बाद तुम्हें यह देंगे, वहदेंगे और वह मान जाएगी?प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तो यही समझ रहे हैं। इसलिए अभी जो उन्होंने अपना घोषणा पत्र जारी किया उसमें नौकरी, महंगाई, सरकारी शिक्षा देने,सरकारी चिकित्सा की कोई बात नहीं की। केवल 2047 के सपने दिखाए हैं। लोगों को शायद ही याद हो लेकिन ध्यान रहे कोरोना के न भूले जाने वाले भयानक समय के...