भारत के नेताओं के कारण देश विभाजन था!
भारत विभाजन का सच्चा इतिहास बस तीन वाक्यों में है -- मुस्लिम लीग ने उस की माँग की; कांग्रेस ने उसे स्वीकार किया; अंग्रेजों ने उसे क्रियान्वित किया। राष्ट्रवादी आंदोलन के नेताओं ने कोलतार पोत कर अपने को और हिन्दू समाज को अंधा बना लिया। बिना किसी तैयारी और क्षमता के केवल अंग्रेजों को हटाने और गद्दी लेने की सनक ने पंजाब, बंगाल, और कश्मीर की वह दुर्दशा की जिस की कोई कल्पना भी नहीं कर सका था।.. वस्तुत: हिन्दू नेताओं ने मुस्लिम लीग, उस के दावों, उस की हिंसा, या जिन्ना -- किसी पर कभी खुल कर, गंभीरता, सत्यनिष्ठा...