कठघरे में रिजर्व बैंक
बेहतर होता अपने स्पष्टीकरण में इस पहलू पर तथ्यात्मक सूचना आरबीआई देता। लेकिन सरल भाषा में लोगों से कहा गया है कि वे सार्वजनिक चर्चाओं पर नहीं, बल्कि उसकी बात पर यकीन करें। हाल में आई दो खबरों ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को संदेह के कठघरे में खड़ा कर दिया है। एक खबर यह है कि आरबीआई ने बैंकों को उन डिफॉल्टरों से समझौता कर मामला निपटाने का अधिकार दे दिया है, जिन्होंने जानबूझ कर ऋण नहीं चुकाया। इनमें ऐसे भी कई मामले होंगे, जिनमें कर्ज लेने वाली रसूखदार शख्सियत ने उसे ना लौटने के इरादे से ही ऋण...