शिव के सृजक-संहारक रूप
पौराणिक मान्यता के अनुसार, ब्रह्मा, विष्णु और महेश—इन त्रिदेवों की संपूर्ण सृष्टि के संचालन में अपनी-अपनी भूमिका है। ब्रह्मा सृजनकर्ता हैं, विष्णु पालनकर्ता, और शिव संहारक। ऋषियों, मुनियों, देवताओं, असुरों और मनुष्यों द्वारा इन त्रिदेवों से वरदान और दिव्य अस्त्र-शस्त्र पाने की असंख्य कथाएं पौराणिक ग्रंथों में अंकित हैं। इनमें से शिव अपने सहज वरदानी स्वभाव के लिए सबसे अधिक प्रसिद्ध हैं। वे देव हों या दानव—सबको समान भाव से वरदान देते हैं। भोलेनाथ, जो सहज-सरल भाव में पूजे जाते हैं, वही जब रुद्र रूप में आते हैं तो दुष्टों के लिए संहारक बन जाते हैं। उनका एक अत्यंत भयानक...