sonam Wangchuk

  • सरकार संवाद करे, जोर आजमाइश नहीं

    जैसे ही कोई कहता है कि लद्दाख की घटना से सरकार को सबक लेना चाहिए वैसे ही उसको युवाओं को उकसाने वाला और देश विरोधी बताया जाने लगता है। लेकिन ऐसा नहीं है। लद्दाख की घटना से या उससे पहले पड़ोस के देशों बांग्लादेश, श्रीलंका और नेपाल की घटना से या फ्रांस से लेकर ब्रिटेन तक हो रहे प्रदर्शनों से सबक लेने की बात करने वाले लोग असल में शुभचिंतक हैं, जो चाहते हैं कि भारत में ऐसी घटनाओं का दोहराव नहीं हो। लद्दाख की घटना या उससे पहले दुनिया के अनेक देशों में हुई घटनाओं का सबक यह है...

  • सोनम वांगचुक की हिरासत पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और लद्दाख प्रशासन को जारी किया नोटिस

    लद्दाख के सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की हिरासत को चुनौती देने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को केंद्र सरकार और लद्दाख प्रशासन को नोटिस जारी किया। यह याचिका वांगचुक की पत्नी गीतांजलि अंगमो ने दाखिल की है।  सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख प्रशासन को सोनम वांगचुक की कथित रूप से गैर-कानूनी हिरासत के खिलाफ दाखिल याचिका पर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। अदालत ने आदेश दिया कि हिरासत से संबंधित दस्तावेज और आदेश की कॉपी याचिकाकर्ता यानी वांगचुक की पत्नी को मुहैया कराई जाए। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने यह...

  • वांगचुक की पत्नी ने हेबियस कॉर्पस याचिका लगाई

    नई दिल्ली। लेह मे हुई हिंसा के बाद गिरफ्तार सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की पत्नी ने अपने पति को सशरीर उपस्थित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में हेबियस कॉर्पस की याचिका दायर की है। उन्होंने दावा किया है कि गिरफ्तारी के एक हफ्ते बाद में भी उनको उनके पति के बारे में कोई जानकारी नहीं दी रही है। उन्होंने सोशल मीडिया में एक पोस्ट लिख कर कहा है कि एक हफ्ते बाद तक उनको उनके पति की सेहत, उनकी हालत और नजरबंदी के कारणों की जानकारी नहीं दी गई है। सोनम वांगचुक की पत्नी गीतांजलि जे अंगमो ने अपने पति...

  • सोनम वांगचुक के समर्थन में उतरी कांग्रेस

    लेह में हुई हिंसा के बाद सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत गिरफ्तार किया गया है। वांगचुक की गिरफ्तारी पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश दुबे ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने केंद्र सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। अविनाश दुबे ने शनिवार को खास बातचीत में कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। आज पूरे देश में तानाशाही का माहौल है। लोकतंत्र में लोगों को कार्य करने और बोलने की आजादी है। अगर जनता की भावनाओं और उनकी मांगों को इस तरह दबाया जाएगा तो यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।...

  • लेह में सोनम वांगचुक गिरफ्तार

    लेह। पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शन के दो दिन बाद शुक्रवार को लद्दाख के सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनको राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी रासुका के तहत गिरफ्तार किए जाने की खबर है। गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लेह में 24 सितंबर को हुईं हिंसा भड़काने का जिम्मेदार बताया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद पूरे लेह में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। गौरतलब है कि हिंसा के बाद से अभी पूरे क्षेत्र में तनाव बना हुआ है। लेह में 24 सितंबर को हुई हिंसा के बाद...

  • वांगचुक के पीछे पड़ी सरकार

    लेह। केंद्र सरकार अब लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए आंदोलन कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक के पीछे पड़ गई है। केंद्र ने उनके गैर सरकारी संगठन के विदेशी चंदा लेने का लाइसेंस यानी एफसीआरए रद्द कर दिया है। उनकी संस्था को मिली जमीन की पट्टा रद्द करर दिया गया और उसे मिले विदेशी चंदे की जांच सीबीआई ने शुरू कर दी है। उनको आयकर का नोटिस भी भेजा गया है, जबकि लद्दाख में टैक्स नहीं लगता है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने बुधवार, 24 सितंबर को लेह में भड़की हिंसा के लिए वांगचुक को...

  • लद्दाख की अशांति सुरक्षा के लिए ठीक नहीं

    लोकतंत्र में सरकार सामूहिक जिम्मेदारी के सिद्धांत पर चलती है। देश की उपलब्धियों और विफलताओं, दोनों की जवाबदेही सरकार पर होती है। ऐसा नहीं हो सकता है कि इसरो से लेकर भारतीय सेना तक की हर उपलब्धि का श्रेय तो सरकार खुद ले लेकिन मणिपुर से लेकर लेह तक हिंसा हो तो उसकी जिम्मेदारी दूसरे पर डाल दे। पिछले कई बरसों से देश में यह देखने को मिल रहा है। सरकार अपनी जवाबदेही नहीं स्वीकार कर रही है। हर उपलब्धि के मौके पर प्रधानमंत्री से लेकर मंत्री तक आगे की कतार में जाकर खड़े हो जा रहे हैं लेकिन विफलता...

  • वांगचुक को गिरफ्तार किया

    नई दिल्ली। देश के जाने माने सामाजिक और पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को एक बार फिर दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। सात दिन से भूख हड़ताल कर रहे सोनम वांगचुक और उनके साथियों को दिल्ली के लद्दाख भवन से हिरासत में लिया गया। इससे पहले 30 सितंबर को दिल्ली पहुंचने पर उनको दिल्ली की सीमा पर हिरासत में लिया गया था। बहरहाल, सोनम वांगचुक को हिरासत में लेने के बाद पुलिस उनको मंदिर मार्ग थाने ले गई। दिल्ली पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया था। दूसरी ओर अनशन बैठे सामाजिक...

  • वांगचुक को अनशन की इजाजत नहीं

    नई दिल्ली। लद्दाख को राज्य का दर्जा देने सहित कई और मांग लेकर लद्दाख से पैदल चल कर दिल्ली पहुंचे जाने माने सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को जंतर मंतर पर अनशन की इजाजत नहीं मिली है। दिल्ली पुलिस ने उनको इसकी अनुमति नहीं दी। इससे पहले 30 सितंबर की दिल्ली की सीमा पर पहुंचने पर उनको और उनके साथियों को हिरासत में ले लिया गया था। कई घंटे तक हिरासत में रखने के बाद उनको दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की समाधि राजघाट तक जाने दिया गया था। सोनम वांगचुक ने जंतर मंतर पर अनशन की अनुमति नहीं मिलने के...

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