धड़कते दिलों को चुराती ‘स्टोलन’
डेब्यू डायरेक्टर करण तेजपाल की यह फिल्म काफ़ी परतदार है और हर लेयर के साथ एक अंडरकरेंट मुद्दा है, जो अनकहा सा तो है मगर दर्शक उसे भांपकर बेचैन होने लगता है। बच्ची के गायब हो जाने के साथ ही तनाव शुरू हो जाता है और जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती जाती है, यह एक इमोशनल क्राइम-थ्रिलर में तब्दील होने लगती है। सिने-सोहबत आज के ‘सिने-सोहबत’ में इसी हफ़्ते आई एक क्राइम-थ्रिलर, 'स्टोलन' पर विमर्श करना बेहद दिलचस्प होगा। कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल्स में धूम मचाने वाली, 'स्टोलन' सिर्फ़ 90 मिनट की फिल्म है जो दर्शकों को अपनी जगह पर बंधे...