सपनों पर वज्रपात क्यों?
हकीकतें बेहद बेरहम हों, तो बहुत से जज्बाती युवा उससे तालमेल नहीं बिठा पाते। हताशा से घिर कर एक दिन वे खुद अपनी जीवनलीला समाप्त कर लेते हैं। तो अहम मुद्दा यह है कि आखिर हमारे देश में हकीकतें इतनी बेरहम क्यों हैं? भारत में 15 से 29 वर्ष उम्र वर्ग के नौजवानों में आत्म-हत्या की बढ़ी प्रवृत्ति सचमुच चिंताजनक है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक खुदकुशी इस उम्र वर्ग में मौत का सबसे बड़ा कारण बनी हुई है। 2020-22 में इस उम्र वर्ग में कुल जितने व्यक्ति मौत का शिकार बने, उनमें 17.1 प्रतिशत वो थे,...